एक दिन पुराना बताया जा रहा शव
वनाधिकारियों ने बताया प्रथम दृष्टया बाघिन का शव एक दिन पुराना लग रहा है। ऐसे में आशंका है कि बाघिन की मौत रविवार को ही हो गई हो। वन विभाग को इसकी जानकारी सोमवार सुबह लगी। पोस्टमार्टम की रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारणों की पुष्टि हो सकेगी।
वनाधिकारियों ने बताया प्रथम दृष्टया बाघिन का शव एक दिन पुराना लग रहा है। ऐसे में आशंका है कि बाघिन की मौत रविवार को ही हो गई हो। वन विभाग को इसकी जानकारी सोमवार सुबह लगी। पोस्टमार्टम की रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारणों की पुष्टि हो सकेगी।
वायरस की चपेट में तो नहीं
मुकुंदरा में पिछले 15 दिनों में बाघ-बाघिन की मौत के बाद अब वन विभाग में खलबली मच गई है। बाघिन की मौत के असल कारणों का खुलासा तो पोस्टमार्टम की रिपोर्ट व चिकित्सकों की ओर से लिए जाने वाले नमूनोंं की रिपोर्ट आने के बाद ही होगा। पिछले 15 दिनों में बाघ-बाघिन की मौत के बाद मुकुंदरा के बाघ-बाघिनों के किसी वायरस की चपेट में आने की आशंका को बल मिला है। सूत्रों के अनुसार मरने वाले बाघ टी-98 यानि एमटी-3 को खांसी की शिकायत थी। सांस लेने में तकलीफ हो रही थी। वनाधिकारियों की माने तो बाघिन को भी कुछ इस प्रकार की समस्या बताई जा रही है। पूर्व में जयपुर के नहारगढ़ बॉयोलोजिकल पार्क में कैनाइन डिस्टेंपर नाम के वायरस के कारण कई बाघ-बाघिन की मौत हो गई थी।
मुकुंदरा में पिछले 15 दिनों में बाघ-बाघिन की मौत के बाद अब वन विभाग में खलबली मच गई है। बाघिन की मौत के असल कारणों का खुलासा तो पोस्टमार्टम की रिपोर्ट व चिकित्सकों की ओर से लिए जाने वाले नमूनोंं की रिपोर्ट आने के बाद ही होगा। पिछले 15 दिनों में बाघ-बाघिन की मौत के बाद मुकुंदरा के बाघ-बाघिनों के किसी वायरस की चपेट में आने की आशंका को बल मिला है। सूत्रों के अनुसार मरने वाले बाघ टी-98 यानि एमटी-3 को खांसी की शिकायत थी। सांस लेने में तकलीफ हो रही थी। वनाधिकारियों की माने तो बाघिन को भी कुछ इस प्रकार की समस्या बताई जा रही है। पूर्व में जयपुर के नहारगढ़ बॉयोलोजिकल पार्क में कैनाइन डिस्टेंपर नाम के वायरस के कारण कई बाघ-बाघिन की मौत हो गई थी।
शावकों पर संकट के बादल
बाघिन टी-106 की मुकुंदरा में एनक्लोजर में मौत के बाद अब बाघिन के शावकों पर संकट के बादल मण्डराने लगे है। दरअसल बाघिन एमटी-3 व बाघ एमटी वन दो शावकों के साथ एनक्लोजर में थे। बाघिन की मौत के बाद अब एनक्लोजर में दो शावक व बाघ रह गया है। आमतौर पर बाघ शावकों को अपने साथ नहीं रखता है।
बाघिन टी-106 की मुकुंदरा में एनक्लोजर में मौत के बाद अब बाघिन के शावकों पर संकट के बादल मण्डराने लगे है। दरअसल बाघिन एमटी-3 व बाघ एमटी वन दो शावकों के साथ एनक्लोजर में थे। बाघिन की मौत के बाद अब एनक्लोजर में दो शावक व बाघ रह गया है। आमतौर पर बाघ शावकों को अपने साथ नहीं रखता है।
मुकुंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व में बाघिन एमटी-2 की मौत हो गई है। जांच के बाद ही मौत के कारणों का खुलासा हो सकेगा।
जीवी रेड्डी, हॉफ, वन विभाग, जयपुर।
जीवी रेड्डी, हॉफ, वन विभाग, जयपुर।