शहर में जगह-जगह से श्रद्धालु गणेश प्रतिमाओं के साथ जुलूस लेकर रवाना हुए। भादौ की फुहारों के बीच लोग लोडिंग टेम्पो, ट्रेक्टर, हाथ ठेलों, साइकिल रिक्शों, कारों-जीपों में सिद्धी विनायक की प्रतिमाएं लेकर लोग ढोल-ढमाकों पर नाचते-गाते आगे बढ़ते रहे। देवा ओ देवा गणपति देवा…,गणपति बप्पा मोरिया, अबके बरस तू जल्दी आ….., घर में पधारो गजानंद जी…, गरज बरस म्हारा इंदर राजा….जैसे गीत डीजे पर जमकर गूंजे। आजाद पार्क और आसपास के क्षेत्रों में मेले जैसा माहौल नजर आया। यहां बने कुंड में लोगों ने गणपति प्रतिमाओं का विसर्जन किया। विसर्जन से पहले पार्वती नंदन गणेश के मोदक का भोग लगाने के अलावा पूजा-अर्चना भी की गई।
आंखों से छलके आंसू भगवान गणेश का दस-ग्यारह दिन तक पूजन करने वाले कई लोगों की आंखें विसर्जन के दौरान छलक पड़ी। छोटे बच्चे, युवतियां और महिलाएं भावुक नजर आई। उन्होंने गणपति प्रतिमाओं के समक्ष हाथ जोडक़र विदाई दी। आसमान से टपकती बूंदाबांदी भी मानो सिद्धि विनायक से जल्दी आने की प्रार्थना करती दिखी।
दिखा फाल्गुन सा नजारा गणपति महोत्सव और विसर्जन के दौरान शहर की सडक़ों पर गुलाल बिखरा दिखा। भादौ में फाल्गुन सा नजारा दिखा। लोगों ने भगवान गणेश सहित एकदूसरे को गुलाल लगाया। लोग विसर्जन के दौरान सडक़ों पर भी गुलाल उड़ाते चले। आदर्श नगर, रामगंज, केसरगंज, वैशाली नगर, माकड़वाली रोड, शास्त्री नगर, नाका मदार, पंचशील, फायसागर रोड, कोटड़ा, गुलाबबाड़ी, धौलाभाटा और अन्य इलाकों में यह लोगों का सैलाब उमड़ता रहा।
रही वाहनों की रेल-पेल गणपति विसर्जन के दौरान शहर में वाहनों की रेल-पेल रही। आजाद पार्क, सूचना केंद्र, अजमेर क्लब चौराहा, आगरा गेट, कचहरी रोड, जयपुर रोड पर ज्यादा ट्रेफिक रहा। कई लोगों ने हाथी भाटा, सुंदर विलास और अन्य अंदरूनी गलियों-रास्तों का सहारा लिया। यातायात पुलिसकर्मी ट्रेफिक को व्यवस्थित करने के लिए जूझते नजर आए। बार-बार सडक़ों पर जाम लगे।