कार्तिक माह में दीपावली, भैया दूज पर्व मनाया जा चुका है। अब रविवार को डाला छठ पर्व की शुरुआत होगी। तीन दिवसीय पर्व पर बिहार समाज के लोग जलाशयों के किनारे पूजा-अर्चना करेंगे। विशेष तौर पर महिलाएं घरों पर विशेष भात-पकवान बनाएंगी। इस दौरान नहाय खाय पर्व होगा। इसके अलावा उगते और डूबते सूरज को अघ्र्य देंगी।
धार्मिक मान्यता के अनुसार कार्तिक माह में शरद पूर्णिमा से कार्तिक स्नान शुरू हो गए हैं। महिलाओं का ब्रह्म मुर्हूत में उठकर स्नान, तुलसी परिक्रमा, दीपदान, भजन-कीर्तन करना जारी है। खासतौर पर एकादशी से पूर्णिमा तक पंचतीर्थ स्नान का विशेष महत्व है।
इसी दौरान देश-दुनिया का मशहूर पुष्कर मेला भरेगा। कार्तिक माह में दीपदान की महत्ता है। यह सिलसिला पूर्णिमा तक चलेगी। इसके अलावा देव ऊठनी ग्यारस से वैवाहिक कार्यक्रमों की शुरुआत भी होगी। अब आएंगे यह पर्व
11 से 13 नवम्बर-छठ पूजन, 16 नवम्बर -गोपाष्टमी, 17 नवम्बर-आंवला नवमी, 19 नवम्बर देव प्रबोधिनी एकादशी
11 से 13 नवम्बर-छठ पूजन, 16 नवम्बर -गोपाष्टमी, 17 नवम्बर-आंवला नवमी, 19 नवम्बर देव प्रबोधिनी एकादशी