हादसे के बाद टोंक जिले के टोडारायसिंह तहसीलदार व पुलिस प्रशासन मौके पर पहुंचा। अजमेर जिले के देवगांव के पास एक खदान में शुक्रवार को श्रमिक काम कर रहे थे। इसी दौरान मलबा ढहने से देवगांव निवासी बद्री देवी पत्नी गोपाल खटीक व संतरा देवी पत्नी लालाराम खटीक मलबे में दब गई। इसके चलते मौके पर हडक़ंप मच गया।
ग्रामीणों की भीड़ मौके पर जमा खदान पर कार्यरत अन्य मजदूर खुद को बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे। बाद में मजदूरों ने मलबे में दबी दोनों महिलाओं को बाहर निकाला जो सगी बहनें थी। घायलावस्था में टोडारायङ्क्षसह अस्पताल ले जाते समय बद्री देवी ने रास्ते में दम तोड़ दिया, वहीं संतरा देवी की केकड़ी के राजकीय चिकित्सालय में उपचार के दौरान मौत हो गई। हादसे की सूचना पर भारी संख्या में ग्रामीणों की भीड़ मौके पर जमा हो गई। टोडारायसिंह तहसीलदार व पुलिस प्रशासन भी मौके पर पहुंचा।
बच्चों के सिर से उठा मां का साया खदान हादसे में मृतका दोनों सगी बहनें थी। इनकी आजीविका का जरिया मेहनत मजदूरी थी जो दिहाड़ी श्रमिक थी। मृतका बद्री देवी के पति गोपाल खटीक का पूर्व में देहान्त हो चुका। हादसे में महिला बद्री की मौत के बाद मृतका के बच्चों के सिर से मां का साया भी उठ गया। मृतका के चार बेटियां व एक बेटा है। अपनी मां की मौत की खबर सुनकर चारों बेटियां व बेटे का रो-रो कर बुरा हाल हो गया। अब छोटे-छोटे बच्चों के सामने घर चलाने का संकट खड़ा हो गया है। दूसरी मृतका संतरा का परिवार भी काफी गरीब है। हादसे के बाद इनके घर में मातम पसरा हुआ है।
करंट से किसान की मौत पीसांगन. थाना क्षेत्र के करनोस स्थित रामगढ़ में शुक्रवार को कुएं पर वाटर पंप चालू करते समय करंट की चपेट में आने से 28 वर्षीय किसान की मौत हो गई। सूचना पर अस्पताल पहुंचे हैड कांस्टेबल प्रभुराम नेहरा ने मृत किसान के भाई की रिपोर्ट पर कार्रवाई कर पोस्टमार्टम करा शव परिजन के सुपुर्द कर मामले की जांच शुरू कर दी।
थानाधिकारी प्रीति रत्नु के मुताबिक रामगढ़ निवासी शिवराज कुमावत ने रिपोर्ट में बताया कि उसका भाई सूरजमल कृषि कुएं पर फ सल की सिंचाई के लिए गया था, जहां पर वाटर पंप चलाते समय करंट की चपेट में आ गया। परिजन उसे ब्यावर अस्पताल लेकर गए,जहां स्वास्थ्य परीक्षण के बाद चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।