बहुचर्चित निलम्बित सीओ हीरालाल सैनी के अश्लील वीडियो वायरल प्रकरण से दागदार हुई जिला पुलिस का एक चालक भी रंगीन मिजाज निकला। वह ना केवल कॉलेज के नाबालिग छात्रों को थाने पर अपने कमरे में बुलाने का दबाव बना रहा था बल्कि उनसे अश्लील वीडियो कॉल, वीडियो क्लिप और फोटो भेजने के अलावा लम्बे समय से द्विअर्थी संवाद में भी लिप्त था।
द्विअर्थी संवाद, अश्लील वीडियो क्लिप सहायक पुलिस अधीक्षक(अजमेर ग्रामीण) सुमित मेहरड़ा को सौंपी सीडी में पुलिस के निलम्बित चालक विक्रमसिंह की शर्मनाक करतूत उजागर हो गई। पुलिस को दी गई शिकायत और वाट्सएप चेट में छात्र से बातचीत के अंश दिए गए हैं। जिसमें आरोपी छात्र से द्विअर्थी संवाद के साथ-साथ अपने अश्लील वीडियो क्लिप डालता था। कई मर्तबा चुप्पी साध लेने पर या दो-तीन दिन बात नहीं करने पर वह उसे लगातार मैसेज कर परेशान करता था। पीडि़त हमेशा बहाने बनाकर चालक विक्रमसिंह शेखावत से बचने की कोशिश करता था जबकि वह उस पर रात में कमरे पर आने का दबाव बना रहा था।
संवाद की सीडी सौंपी एएसपी मेहरड़ा को दी गई सीडी में छात्र और चालक विक्रम सिंह के बीच का संवाद शामिल है। जून 2021 के अंतिम सप्ताह से जुलाई के कुछ दिन की वाट्सएप चेट है। जिसमें सिपाही लगातार छात्र से अश्लील बातें कर रहा है। वह उसे लगातार अपने कमरे में, अजमेर में या फिर कार में मिलने का दबाव बना रहा है। जबकि छात्र कुछ ना कुछ बहना बनाकर उसे टालता रहा है।
…जुर्म में थाने भिजवा सकता हूं चेट में सामने आया कि आरोपी चालक छात्र को यह कहकर भी धमकाता रहा कि ‘पुलिस अफसर को वाट्सएप पर मैसेज कर परेशान करने के जुर्म में थाने भिजवा सकता हूं।Ó यहीं नहीं उसने अपनी पत्नी के साथ की फोटो भी शेयर की। वह छात्र पर लगातार कॉलेज से सीधे कमरे पर आने का दबाव बनाता रहा। छात्र ने जब कहा कि ‘पुलिस वालों की दोस्ती भी अच्छी नहीं तो दुश्मनी भी।Ó जवाब में उसने कहा कि ‘तुम तोड़ दोगे तो क्या. . हम नहीं छोड़ेंगे।Ó आरोपी उसे परिवार से झूठ बोलकर कमरे में आने के लिए उकसाता रहा।
डिलीट भी कराता था स्वयं की चेट
चालक विक्रमसिंह शेखावत छात्र से अश्लील चेट करने के साथ उनको बीच-बीच में डिलीट भी करवाता रहता था। वह छात्र से आपसी बातचीत को एकसाथ डिलीट करने के लिए कहता था ताकि कोई सबूत ना रहे।
चालक विक्रमसिंह शेखावत छात्र से अश्लील चेट करने के साथ उनको बीच-बीच में डिलीट भी करवाता रहता था। वह छात्र से आपसी बातचीत को एकसाथ डिलीट करने के लिए कहता था ताकि कोई सबूत ना रहे।