प्रदेश के उदयपुर, कोटा, जोधपुर, बीकानेर और अन्य शहरों के शिक्षाविदों ने विधानसभाध्यक्ष डॉ. सी. पी. जोशी से मुलाकात की। इनमें कुछ सेवानिवृत्त और कार्यरत प्रोफेसर शामिल हैं। शिक्षाविदों ने महर्षि दयानंद सरस्वती विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आर. पी. सिंह के कामकाज करने पर राजस्थान हाइकोर्ट की रोक संबंधित मामले पर चर्चा की।
ठप हो रही है यूनिवर्सिटी
शिक्षाविदों ने बताया कि विश्वविद्यालय का कामकाज तीन महीने से ठप है। यहां अहम वित्तीय, शैक्षिक और प्रशासनिक कामकाज अटके हुए हैं। शिक्षाविदों ने तकनीकी, संस्कृत और चिकित्सा शिक्षा राज्यमंत्री डॉ. सुभाष गर्ग से भी मुलाकात की। मालूम हो कि विधानसभाध्यक्ष डॉ. सी. पी. जोशी उदयपुर के मोहनलाल सुखाडिय़ा विश्वविद्यालय में प्रोफेसर रहे हैं।
शिक्षाविदों ने बताया कि विश्वविद्यालय का कामकाज तीन महीने से ठप है। यहां अहम वित्तीय, शैक्षिक और प्रशासनिक कामकाज अटके हुए हैं। शिक्षाविदों ने तकनीकी, संस्कृत और चिकित्सा शिक्षा राज्यमंत्री डॉ. सुभाष गर्ग से भी मुलाकात की। मालूम हो कि विधानसभाध्यक्ष डॉ. सी. पी. जोशी उदयपुर के मोहनलाल सुखाडिय़ा विश्वविद्यालय में प्रोफेसर रहे हैं।
यह कहता है एक्ट
विधानसभा में महर्षि दयानंद सरस्वती विश्वविद्यालय (संशोधन) विधेयक-2017 पारित हो चुका है। इसकी धारा 19 (10) के तहत किसी विश्वविद्यालय के कुलपति पद की कोई स्थाई रिक्ति, मृत्यु, त्यागपत्र, हटाए जाने, निबंलन के कारण या अन्यथा हो जाए तो उप धारा 9 के तहत कुलाधिपति को सरकार से परामर्श कर किसी दूसरे विश्वविद्यालय के स्थाई कुलपति को अतिरिक्त दायित्व सौंपना है।
विधानसभा में महर्षि दयानंद सरस्वती विश्वविद्यालय (संशोधन) विधेयक-2017 पारित हो चुका है। इसकी धारा 19 (10) के तहत किसी विश्वविद्यालय के कुलपति पद की कोई स्थाई रिक्ति, मृत्यु, त्यागपत्र, हटाए जाने, निबंलन के कारण या अन्यथा हो जाए तो उप धारा 9 के तहत कुलाधिपति को सरकार से परामर्श कर किसी दूसरे विश्वविद्यालय के स्थाई कुलपति को अतिरिक्त दायित्व सौंपना है।