scriptसडक़ निर्माण से ज्यादा यूटीलिटी शिफ्टिंग का खर्च | Utility shifting costs more than road construction | Patrika News

सडक़ निर्माण से ज्यादा यूटीलिटी शिफ्टिंग का खर्च

locationअजमेरPublished: Aug 04, 2020 06:56:41 pm

Submitted by:

bhupendra singh

जयपुर रोड सिक्स लेन के द्वितीय चरण का मामला
निर्माण पर 13.15 करोड़,यूटीलिटी शिफ्टिंग पर 15.26 करोड़ होंगे खर्च
अम्बेडकर सर्किल से एमडीएस तिराहे तक 5 किमी सडक़ होगी चौड़ी
स्मार्ट सिटी

Smart City Project :  कुछ टेण्डर आमंत्रित तो कुछ में हुआ काम शुरू

Smart City Project : कुछ टेण्डर आमंत्रित तो कुछ में हुआ काम शुरू

भूपेन्द्र सिंह


more than road construction

अजमेर.शहर के प्रमुख प्रवेश मार्ग जयपुर रोड jaipur rode को स्मार्ट सिटी smartcity के तहत सिक्स लेन six lain करने की तैयारी की जा रही है। इसके लिए टेंडर भी कर दिया गया है। अम्बेडकर सर्किल से एमडीएस तिराहे तक 5 किमी मौजूदा सडक़ की चौड़ा करते हुए फोर लेन से सिक्स लेन किया जाएगा। हालांकि स्मार्ट सिटी के लिए यह मंहगा सौदा साबित होन जा रहा है। इस प्रोजेक्ट पर कुल29 करोड़ 29 लाख रुपए खर्च होंगे। इसमें 13 करोड़ 93 लाख रुपए सडक़ निर्माण कार्य तथा 15 करोड़26 लाख रुपए पानी व बिजली की लाइनों (यूटीलिटी) की शिफ्टिंग Utility shifting पर ही खर्च होंगे। इनमें पानी की लाइनों शिफ्टिंग के लिए जलदाय विभाग ने 9 कराड़15 लाख का डिमांडनोट दिया है। वहीं बिजली की लाइनों की शिफ्टिंग के लिए अजमेर डिस्कॉम ने 1.87 करोड़ तथा टाटा पावर ने 3.44 करोड़ रुपए का डिमांड नोट dimandnote स्मार्ट सिटी को दिया है।
एडीए ने प्रथम चरण में ६ करोड़ खर्चे

एमडीएस तिराह से अशोक उद्यान तक प्रथम चरण में एडीए सडक़ को पहले ही सिक्सलेन कर चुका है। एडीए ने प्रथम चरण में 3.300 किमी सडक़ को चौड़ा करते हुए सिक्सलेन किया है। डिवाइडर व नालियों का भी निर्माण किया गया है। इस पर कुल6 करोड़ रुपए खर्च हुए हैं।
यह होगा काम

स्मार्ट सिटी के तहत द्वितीय चरण में अम्बेडकर सर्किल से एमडीएस तिराहे तक सडक़ को फोर से सिक्सलेन करने के लिए जंगल की कटाई व सफाई, सडक़ के दोनो ओर नाले व नालियों का निर्माण,बॉक्स व कलवर्ट,रॉक कटिंग,अतिक्रमण हटाना,रिटेन वाल,2.5 मीटर चौड़े फुटपाथ,अम्बेडकर सर्किल व एमडीएस तिराहे का सौदर्यरीकरण होगा। इंटों के स्थान पर आरसीसी का डिवाइडर, पुलिया की चौड़ाई बढ़ाई जाएगी।
अतिक्रमियों से निपटना चुनौती

एमडीएस तिराहे से अम्बेडर सर्किल तक सडक़ के दोनो तरफ बड़ी संख्या में अतिक्रमण है। सरकारी जमीन पर प्रभावशाली लोगों ने कब्जा कर मकान, दुकान, शोरूम,नर्सिंगहोम, होटल, ढाबे खोल लिए हैं। कई सरकारी कार्यालयों की बाउंड्री भी सडक़ की चौड़ाई की जद में है। सडक़ के दोनो आेर पेड़ भी लगे हुए हैं। सडक़ निर्माण से पूर्व अतिक्रमण हटाना बड़ी चुनौती है।
इनका कहना है

सडक़ निर्माण के लिए यूटिलीटी की शिफ्टिंग होनी है। विभागों द्वारा दिए गए स्टीमेट को पुन: चेक करवाया जाएगा।

प्रकाश राजपुरोहित, कलक्टर एवं सीईओ स्मार्ट सिटी अजमेर

read more:बिना जीएसटी के ही दे दिए करोड़ों के ठेके
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो