एनआईटी सिक्किम के निदेशक प्रो. एम.सी.गोविल का सर्च कमेटी ने 3 अक्टूबर को पांच नामों का पैनल तैयार कर सीएमओ और राजभवन भेजा। इस पैनल में राजस्थान और यूपी के शिक्षकों के नाम हैं। लेकिन दो सप्ताह बीतने के बावजूद कुलपति नियुक्त नहीं हो पाई है।
सीएम की अत्यधिक व्यस्तता
विश्वविद्यालयों के एक्ट के मुताबिक सीएमओ की सहमति से ही राजभवन कुलपतियों की नियुक्ति करता है। सीएम अशोक गहलोत पिछले एक सप्ताह से कोयले की कमी, धरियावद और वल्लभनगर उप चुनाव के चलते व्यस्त हैं। इसके अलावा मंत्रीमंडल विस्तार और सियासी नियुक्तियों के चलते भी होमवर्क कर रहे हैं।
विश्वविद्यालयों के एक्ट के मुताबिक सीएमओ की सहमति से ही राजभवन कुलपतियों की नियुक्ति करता है। सीएम अशोक गहलोत पिछले एक सप्ताह से कोयले की कमी, धरियावद और वल्लभनगर उप चुनाव के चलते व्यस्त हैं। इसके अलावा मंत्रीमंडल विस्तार और सियासी नियुक्तियों के चलते भी होमवर्क कर रहे हैं।
कुलपति यूपी से ही क्यों?
राज्य में राजीव गांधी स्टडी सर्किल और कांग्रेस विचारधारा के कई प्रोफेसर खासे नाराज हैं। नाम नहीं छापने की शर्त पर राजस्थान विश्वविद्यालय, एम.एल. सुखाडिय़ा सहित अन्य विवि के कुछ पूर्व कुलपतियों और शिक्षकों ने बताया कि लगातार उत्तरप्रदेश के शिक्षकों को कुलपति बनाया जाना गलत है। यह राजस्थान के शिक्षकों की उपेक्षा का द्योतक है। कई शिक्षकों ने सीएम गहलोत से मुलाकात कर नाराजगी जताई है।
राज्य में राजीव गांधी स्टडी सर्किल और कांग्रेस विचारधारा के कई प्रोफेसर खासे नाराज हैं। नाम नहीं छापने की शर्त पर राजस्थान विश्वविद्यालय, एम.एल. सुखाडिय़ा सहित अन्य विवि के कुछ पूर्व कुलपतियों और शिक्षकों ने बताया कि लगातार उत्तरप्रदेश के शिक्षकों को कुलपति बनाया जाना गलत है। यह राजस्थान के शिक्षकों की उपेक्षा का द्योतक है। कई शिक्षकों ने सीएम गहलोत से मुलाकात कर नाराजगी जताई है।
एक साल से स्थिति डांवाडोल
महर्षि दयानंद सरस्वती विश्वविद्यालय की स्थिति एक साल से डांवाडोल है। यहां कुलपति रहा रामपालसिंह और उसके दलालों को बीते साल 7 सितंबर को एसीबी ने ट्रेप किया था। एक साल निलंबन के दौरान उसका कार्यकाल बीती 5 अक्टूबर को खत्म हुआ। इस बीच हरिदेव जोशी पत्रकारिता विवि के कुलपति ओम थानवी के पास करीब 11 महीने अतिरिक्त प्रभार रहा। मौजूदा वक्त जोधपुर के जयनारायण व्यास विवि के कुलपति प्रो. पी.सी.त्रिवेदी यह जिम्मेदारी संभाले हुए हैं।
महर्षि दयानंद सरस्वती विश्वविद्यालय की स्थिति एक साल से डांवाडोल है। यहां कुलपति रहा रामपालसिंह और उसके दलालों को बीते साल 7 सितंबर को एसीबी ने ट्रेप किया था। एक साल निलंबन के दौरान उसका कार्यकाल बीती 5 अक्टूबर को खत्म हुआ। इस बीच हरिदेव जोशी पत्रकारिता विवि के कुलपति ओम थानवी के पास करीब 11 महीने अतिरिक्त प्रभार रहा। मौजूदा वक्त जोधपुर के जयनारायण व्यास विवि के कुलपति प्रो. पी.सी.त्रिवेदी यह जिम्मेदारी संभाले हुए हैं।