पुलिस ने दिव्यांग कुलदीपसिंह हत्याकाण्ड के आरोपियों से मौका व घटना स्थल की तस्दीक कराई। भारी जाप्ते के बीच आरोपियों को पैदल घुमाकर जनता में पुलिस के ध्येय वाक्य आमजन में विश्वास व अपराधियों में भय का संदेश दिया गया।
READ MORE : चंद रुपयों के लालच में कर दी हत्या विभिन्न थानों व पुलिस लाइन से आए भारी जाप्ते के बीच आरोपी गोविन्द ढ़ाका, भागीरथ डूक्या व कान्हाराम उर्फ कानजी जाट को घटना स्थल सहित विभिन्न स्थानों पर पैदल शिनाख्त कराई। इस कार्रवाई में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण वैभव शर्मा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक भूपेन्द्र शर्मा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रीति चौधरी, वृताधिकारी लोकेन्द्र दादरवाल, पुष्कर थानाप्रभारी महावीर शर्मा, रूपनगढ़ थानाप्रभारी अयूब खान, मदनगंज किशनगढ के नरपत सिंह, एएसआई जितेन्द्र कुमार सहित पुलिस जाप्ता मौजूद था।
READ MORE : पुलिसकर्मियों पर बरसाए पत्थर, लाठी-डंडों से किया हमला अनजाने में चली बंदूक, शरीर पर लगे छर्रे, युवक की मौत मदनगंज-किशनगढ़ (अजमेर) . निकटवर्ती चुंदड़ी गांव में क्रेशर मशीन पर काम करने वाले एक मजदूर युवक केे पास रखी टोपीदार बंदूक अचानक चल गई। बंदूक के छर्रे उसके पैरों एवं शरीर पर अन्य कई जगह लग गए।
बाद में अजमेर जेएलएन चिकित्सालय ले जाते समय बीच रास्ते में युवक ने दम तोड़ दिया। किशनगढ़ थाना पुलिस ने शव चीरघर में रखवाया है। पुलिस शुक्रवार को पोस्टमार्टम करवाएगी। पुलिस ने प्रकरण में जांच शुरू कर दी है।
सीआई नरपतसिंह ने बताया कि जुगलीपुरा गांव निवासी करतार भील (35) अपने भाईयों के साथ चुंदड़ी स्थित क्रेशर पर काम करता था। शाम के समय करतार के पास मौजूद टोपीदार बंदूक अचानक चल गई और उसके छर्रे उसके शरीर पर लग गए।
उसकी आवाज सुन कर साथी एवं भाई उसे लेकर 108 एम्बुलेंस से राजकीय यज्ञनारायण चिकित्सालय पहुंचे, जहां से उसे अजमेर जेएलएन चिकित्सालय रेफर कर दिया गया। बीच रास्ते में ही युवक ने दम तोड़ दिया।
बताया जा रहा है कि करतार इससे पहले खेतों की रखवाली आदि का काम किया करता था और उसके पास टोपीदार छर्रे वाली बंदूक थी। जो कि गफलत में चल गई और छर्रे उसके शरीर पर लग गए। हालांकि पुलिस प्रकरण के सभी पहलूओं पर जांच कर रही है।