प्राप्त जानकारी के अनुसार कल्पना ट्रेवल्स की वीडियोकोच बस में बरेली (उत्तरप्रदेश) के फरीदपुर और आसपास के गांवों के ईंट-भट्टा श्रमिक बच्चों सहित ठेकेदार नियाज अली के साथ जयपुर से गुजरात के सिद्धपुर (राजकोट) जा रहे थे। अपराह्न करीब 4 बजे लामाना गांव के निकट गुजराती होटल के पास बस दो ट्रेलरों को ओवरटेक करने के दौरान बीच से गुजरने की गफलत में खड़े ट्रेलर से टकरा गई। दुर्घटना में बस का एक तरफ का हिस्सा पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। हादसे के बाद राजमार्ग पर चीख पुकार मच गई। आसपास के होटल संचालक व राहगीर दौड़े तथा वीडियोकोच में फंसे यात्रियों को निकाला।
सूचना पर मांगलियावास थानाधिकारी रामचन्द्र कुमावत भी मय जाब्ता मौके पर पहुंच गए। बस में बच्चों समेत 70 यात्री सवार थे। हादसे में 3 यात्रियों की दुर्घटनास्थल पर मौत हो गई जबकि 5 जनों को जवाहरलाल नेहरू अस्पताल पहुंचने पर चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। हादसे में 20 जने जख्मी हो गए। घायलों को 5 एंबुलेंस से घायलों को ब्यावर अमृतकौर व अजमेर के जेएलएन चिकित्सालय भेजा।
अस्पताल में रखवाए शव हादसे में मृत फरीदपुर निवासी मेहरून्निसा पुत्री बातुन शाह, ईंट-भटटे का ठेकेदार नियाज अली, इमरान, इदरिस तथा 3 साल की एक बच्ची जिसकी शिनाख्त नहीं हो सकी, उनके शव जवाहरलाल नेहरू अस्पताल में रखवाए गए। वहीं अमृतकौर अस्पताल में शबनम उर्फ शबाना पत्नी गुड्डू अली तथा दो बच्चों आरिफ और अलीना के शव रखवाए गए।
फुटपाथ पर खड़ा ट्रेलर बना काल लामाना (मांगलियावास) के निकट हुआ दर्दनाक सडक़ हादसा आगे चल रहे ट्रेलर की गलत दिशा में ओवर टेक करने व फुटपाथ पर सर्विस सेंटर पर खड़ा ट्रेलर काल का कारण बना। क्लींकर से लदे ट्रेलर की ट्रोली से तेज रफ्तार वीडियोकोच बस इतनी जोरदार टकराई कि बायें तरफ का हिस्सा चिरता चला गया। बस की बायें तरफ बैठे आठ यात्री काल का ग्रास बन गए जबकि बीस से ज्यादा लोग जख्मी हो गए। यात्रियों के शव सीट पर लटक गए। वहीं कई यात्री से बाहर गिर गए।
सीट से लटक गए शव दुर्घटना में बस के पुर्जे दूर-दूर तक बिखर गए। मौके पर खड़ी ग्रामीणों के अनुसार बस की रफ्तार इतनी तेज थे कि क्लींकर से भरे टे्रलर टक्कर से करीब 50 फीट दूर तक चला गया। बस चालक ने रॉन्ग साइड से ओवरटेक करने के प्रयास किया जिससे भीषण हादसा पेश आया।
बहन की हो गई मौत
बरेली फरीदपुर तकीया निवासी हारून अली ने बताया कि वह पिता बातून शाह, बहन मेहरूनिन्सा के साथ गुजरात में ईंट भट्टे पर काम करने जा रहा था। साथ में गांव के कई लोग भी थे, जो ठेकेदार नियाज अली के साथ काम के लिए जा रहे थे। अजमेर पहुंचे घायलों में भूरी पत्नी मखदूम अली, फिजा पुत्री रिजवान, हारून पुत्र बातून शाह, मोहम्मद शाह पुत्र अहमद शाह, शबाना पत्नी राजू, तराना पत्नी फुरकान शामिल है। जिनका यहां प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी।
चार दिन में चार दुर्घटनाएं मांगलियावास थाना क्षेत्र में नेशनल हाइवे पर चार दिन में लगातार 4 दुर्घटनाएं पेश आई। इसमें केसरपुरा पुलिया पर 3 दुर्घटनाएं हुई। इनमें 1 की मौत, 4 जने घायल हो गए । चौथा हादसा लामाना के निकट हो गया।
डेमो के लिए जा रहे टीम ने की सहायता
एक निजी कम्पनी की सेल्स मैनेजर रेखा गुर्जर, कुंदनसिंह रावत सहित कर्मचारी टेम्पो में डेमो करने ब्यावर जा रहे थे। लामाना के निकट हुए हादसे में यात्रियों में मचे कोहराम देखकर टीम दुर्घटनास्थल पर पहुंचे और घायलों को टेम्पो से ब्यावर ले जाएगा।
पहले की गई थी कार्रवाई राजमार्ग पर फुटपाथ पर चलने वाले वाहन सर्विस सेंटर के संचालकों पर पूर्व में पुलिस व प्रशासन की ओर से कार्रवाई की गई थी लेकिन यह कार्रवाई महज खानापूर्ति साबित हुई। कुछ दिन बाद सर्विस सेंटर संचालक फिर से राजमार्ग पर आबाद हो गए।
तबीजी हादसे का यादें ताजा लामाना के पास हुए हादसे ने एक साल पहले 8 जून 2018 तबीजी के निकट डम्पर-रोडवेज बस की टक्कर की याद दिला दी। हादसे में रॉन्ग साइड आए डम्पर के तेज रफ्तार रोडवेज के चालक ने टक्कर मार दी। इसमें रोडवेज बस का बायें तरफ का हिस्सा बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया। परिचालक के पास बैठे यात्री का सिर धड़ से अलग हो गया। वहीं 7 अन्य यात्रियों की दर्दनाक मौत हो गई थी जबकि दो दर्जन से ज्यााद जख्मी हो गए।
यह भी हुए हादसे 15 दिसम्बर 2016 गगवाना के निकट वीडियो कोच बस-ट्रक में टक्कर 13 यात्री घायल
-17 जून को 2018 को अजमेर हाईवे पर बस टैंकर में टक्कर 15 जख्मी -3 जून 2019 को नसीराबाद पुलिया अजमेर-जयपुर राजमार्ग पर स्लीपर कोच में टक्कर 22 घायल
-29 अगस्त 2019 नागौर के डेगाना के निकट राजमार्ग पर जायरीन बस पलटी महिला की मौत 25 घायल आपातकालीन इकाई की फूली सांसें
ब्यावर-अजमेर मार्ग पर रविवार शाम को पहले लामाना, फिर रानीसागर (खरवा) के निकट हुए सडक़ हादसे के 15 घायलों को जेएलएन अस्पताल लाया गया। राजमार्ग के 2 बड़े हादसे के 15 घायलों और अन्य मरीजों के एक साथ आपातकालीन इकाई पहुंचते ही यहां व्यवस्था पटरी से उतर गई। यहां तैनात रेजीडेंट चिकित्सकों ने लामाना के घायलों को त्वरित उपचार दिया वहीं बर्न युनिट के चिकित्सकों को सूचना देकर बुलाया। रानीसागर के पास हादसे में केमिकल से झुलसे श्रमिकों को प्राथमिक उपचार के बाद बर्न युनिट में भर्ती किया। आपातकालीन में नर्सिंग कर्मियों की कमी के चलते अफरा-तफरी मच गई। आखिर नर्सिंग कॉलेज में पढऩे वाली नर्सिंग स्टूडेंट्स को हॉस्टल से बुलवाया। अस्पताल अधीक्षक डॉ. अनिल जैन ने पहुंच कर हालात का जायजा लिया।
दुर्घटना में वृद्ध की मौत
राजमार्ग पर सडक़ हादसे के घायलों के दौरान ही मोहनपुरा-देवमगरी के बाद अज्ञात वाहन की टक्कर में ब्रिक्चियावास निवासी मदनलाल (71) पुत्र देवा ढोली को लेकर पहुंचे। हालांकि मदनलाल को चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया।
मोर्चरी में अंधेरा हादसे में मरने वालों को जेएलएन अस्पताल की मोर्चरी में तो शिफ्ट कर दिया गया लेकिन पुलिस और उनके परिजन को यहां शवों की शिनाख्ती में खासी परेशानी उठानी पड़ी। मोर्चरी में जहां शव रखे गए वहां बिजली की व्यवस्था नहीं थी। यहां तक कि मोर्चरी के बाहर भी रोशनी की व्यवस्था नहीं थी। ऐसे में पुलिस कर्मियों को मोबाइल टॉर्च का सहारा लेना पड़ा।