कुछ चरवाहों ने जंगल में अज्ञात हिंसक जानवर को देखा,जबकि कुछ किसानों ने पैथर की सक्रियता बताई है। लीरी का बाडिय़ा निवासी मंगल नाथ, मेवानाथ, रामनाथ, महेन्द्र नाथ, धर्मसिंह, छोटूसिंह व मोतीनाथ के अनुसार दो दिन से पैंथर बाड़े में घुसकर बकरियों पर हमला कर रहा है।
रात में बकरियों व भेड़ों के मिमियाने से यह आशंका और भी बढ़ गई। जितेन्द्र नाथ को पिछले दिनों रात ९ बजे एक पैंथर पंखे वाले कुएं के पास दिखा बताया। इसकी सूचना भी वन विभाग को दी गई।
वन विभाग मुस्तैद ग्रामीणों के अनुसार खेत की रखवाली करने व मवेशी चराने जंगल में जाने से लोग कतरा रहे हैं। दूसरी ओर नसीराबाद स्थित वन विभाग के रेंजर जितेन्द्र सिंह राठौड़ ने बताया कि लीरी का बाडिय़ा में पैंथर की सक्रियता की सूचना पर वनकर्मियों को बता दिया है जो मुस्तैद हैं।
उन्होंने बताया कि वन्यजीव कहीं भी विचरण कर सकता है। शिकार की तलाश में उसकी स्वतंत्रता में बाधा नहीं डाली जा सकती, लेकिन किसी को व्यक्तिगत हानि न हो पाए। इसकी रोकथाम के लिए वन विभाग प्रयास कर रहा है।