प्रदर्शन कर पुलिस को चेताया इस घटना को सात दिन हो गए। पुलिस के हाथ अभी कुछ नहीं लगा है। हालाकि कई लोगों से पूछताछ की गई है। एक संदिग्ध पर भी सख्ती बरती गई,लेकिन उससे भी कोई फायदा नहीं हुआ। दूसरी ओर ग्रामीणों ने शुक्रवार को प्रदर्शन कर पुलिस को चेताया है कि जल्द ही मामले का खुलासा नहीं किया तो बड़े स्तर पर आंदोलन किया जाएगा।
मोबाइल फोन मौके पर नहीं मिला ग्राम रामगढ़ के जंगल में 2 अगस्त को झूंठा का बाडि़या निवासी सुरेश सिंह रावत की संदिग्धावस्था में लाश मिली थी। पुलिस के पास मामला पहुंचने के बाद भी कोई ठोस कार्रवाई नहीं होने से ग्रामीणों में गुस्सा है। परिजन के अनुसार सुरेश के पास मोबाइल फोन था जो मौके पर नहीं मिला। मौत के बाद भी उसका मोबाइल चालू है। इसे लेकर पुलिस ने कोई कार्रवाई नही की है।
पुलिस पूछताछ बेनतीजा ग्रामीणों के विरोध के बाद पुलिस ने एक ग्रामीण से पूछताछ शुरू की है। पुलिस ने बताया कि उस ग्रामीण ने बताया कि युवक का मोबाइल उसे एक स्थान पर मिला था, जिसे लेकर वह चला गया था। उसका उपयोग कर रहा था। साथ ही एक युवक ने बताया कि पांच सौ रुपए देने के लिए मृतक को मोबाइल पर तीन बार कॉल किया था। उसने रामगढ़ के एक ई -मित्र पर पैसे दिए थे। उसके बाद मृतक से सम्पर्क नहीं हो सका।
अभी तक किसी को गिरप्तार नहीं दूसरी ओर मसूदा पुलिस के अनुसार सुरेश रावत की मौत को लेकर मामले की जांच की जा रही है। मतृक का मोबाइल एक ग्रामीण को उसके शव से कुछ दूरी पर रास्ते पर मिला था, जिससे पूछताछ की जा रही है। मामले को लेकर अभी तक किसी को गिरप्तार नहीं किया गया है।