माहेश्वरी ने कहा कि पांच साल में सरकार ने राजस्थान के विकास में कोई कमी नहीं है। स्वास्थ्य, कृषि सहित विभिन्न जन उपयोगी योजनाओं से जनता को लाभ हुआ है। उच्च शिक्षा क्षेत्र में भी कॉलेज-विश्वविद्यालयों को बजट, राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा अभियान के तहत अनुदान मिले हैं।
सरकार ने विश्वविद्यालय में 453 टीचिंग-नॉन टीचिंग के पद स्वीकृत किए हैं। इनकी भर्तियां जारी हैं। 2019 से कोटा में ट्रिपल आईआईटी कामकाज शुरू कर देगी। बीकानेर में टेक्निकल यूनिवर्सिटी को कॉलेज आवंटित कर दिए हैं।
विश्वविद्याल में नॉन टीचिंग पदों पर भर्तियां कराई जा रही हैं। 2013 से पहले की सरकार के राज की तुलना में संस्थानों का भरपूर विकास हुआ है। हम यही प्रोग्रेस रिपोर्ट लेकर जनता के बीच जाएंगे। फिर बढ़ेगा इंजीनियरिंग में रुझानमाहेश्वरी ने कहा कि प्रदेश में इंजीनियरिंग क्षेत्र में युवाओं का रुझान लगातार घट रहा है। कई कॉलेज में सीट भी नहीं भर रही हैं। सरकार ने इसे गंभीरता से लिया है। इंजीनियरिंग में एकीकृत और नए पाठ्यक्रम शुरू किए गए हैं।
इसका कुछ फायदा 2018-19 के प्रवेश में दिखा है। आगामी वर्षों में युवाओं का फिर से इंजीनियरिंग पाठ्यक्रमेां में रुझान बढ़ेगा। शिक्षा का हब है अजमेर मदस विश्वविद्यालयों में शिक्षकों कमी, संगठक कॉलेज नहीं होने, इंजीनियरिंग कॉलेज में प्राचार्यों की नियुक्ति नहीं होने के सवाल पर माहेश्वरी ने कहा कि अजमेर प्रदेश का शैक्षिक हब रहा है। इसके गौरव को बनाए रखने के प्रयास जारी हैं। विश्वविद्यालय में शिक्षकों-अधिकारियों की नियुक्तियां, प्राचार्यों की नियुक्तियां जल्द होंगी। अजमेर को निश्चित तौर पर शैक्षिक उन्नयन में फायदा मिलेगा।