सुबह आठ बजे से लेकर दस बजे तक जहां मतदान केन्द्रों पर मतदाताओं की भीड़ दिखाई पड़ रही थी। वहीं ११ बजे से लेकर दोपहर दो बजे तक मतदान केन्द्रों पर सुस्ती का आलम दिखाई दिया। चार बजे से लेकर पांच बजे मतदान केन्द्रों पर फिर से भीड़ जुट गई, पुलिसकर्मियों को भी मशक्कत करनी पड़ी।
मतदान केन्द्रों के २०० मीटर परिधी में कोई चुनावी गतिविधियों पर प्रतिबंध रहा, लेकिन फिर भी कई प्रत्याशियों के समर्थकों के बार-बार एक साथ मतदान केन्द्रों के नजदीक आने पर पुलिसकर्मी भीड़ को खदेड़ते रहे। ऐसे में युवा मतदान केन्द्रों से दूर ही मतदाताओं पर नजर बनाए रहे।
हर मतदान केन्द्र के बाहर प्रत्याशियों की ओर से मतदाताओं की सहायता के लिए पर्ची बनाने के लिए स्टाल लगाई गई थी। इन पर प्रत्याशियों के समर्थकों को जमघट लगा रहा। वहीं मतदाताओं को पर्ची बनाते रहे। दोपहर में सभी समर्थक मतदाता सूचियों पर मंथन करते दिखाई दिए। इस दौरान अपने अपने पक्ष के मतदाताओं के मत डलवाने के लिए छंटनी करते दिखाई दिए। वहीं मतदाताओं को लाने के लिए प्रत्याशियों ने वाहनों का भी जमकर प्रयोग किया। इधर, पुराने शहर में कई मतदान केन्द्र जर्जर भवनों में ही बना दिए, जहां से सीमेंट आदि झरता दिखाई दिया।
जिले की तीनों नगर निकायों में पंजीकृत कुल मतदाताओं 135532 में से 104209 ने मत का प्रयोग किया।