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पश्चिम विक्षोभ के कारण पिछले दो-तीन से मौसम बदला हुआ था। अजमेर सहित जिले के पुष्कर, ब्यावर, किशनगढ़, गगवाना, घूघरा, गेगल, भिनाय, गोपालपुरा, बांदनवाड़ा, नसीराबाद, पीसांगन, मांगलियावास, हरमाड़ा-तिलोनिया और अन्य इलाकों में बरसात हुई थी। शनिवार को बादल छंटे तो सुर्ख धूप खिली। बरसात के असर से मौसम में भी ठंडक हो गई। कई लोग शॉल, स्वेटर पहने दिखे। तापमान 25 डिग्री पर पहुंच गया है। ये रही मौसम पलटने की वजह मौसम विभाग के अनुसार पश्चिम विक्षोभ के कारण कई जगह कम दबाव का क्षेत्र बना। इससे ओलावृष्टि और बरसात हुई। तापमान में उतार-चढ़ाव की वजह भी यही है। मालूम हो कि अजमेर जिले के देराठूं, रामसर, मसूदा, भिनाय, कादेड़ा, बिजयनगर सहित कई इलाकों में खेतों और मंडियों में फसलें पड़ीं है। किसानों को फसल खराब होने की चिंता सता रही है।
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समझा और जाना अपनी पीढ़ी के बारे में रक्तिम तिवारी/अजमेर. भागदौड़ भरी जिंदगी में युवाओं, बच्चों और नौकरी पेशे वाले दम्पती को फुर्सत नहीं मिलती। सुबह से शाम तक वे पढ़ाई, नौकरी अथवा अन्य कार्यों में व्यस्त रहते हैं। कई बार तो परिवार के साथ वक्त निकालने का अवसर भी नहीं मिलता।
कोरोना वायरस संक्रमण के चलते हुए लॉकडाउन ने लोगों को परिवार के साथ बैठने, बतियाने का भरपूर मौका दिया है। युवा पीढ़ी और बच्चे अपने बुजुर्गों, माता-पिता से वंशावाली को जान रहे हैं। परिवार में किस पीढ़ी में कौन सदस्य रहे इसकी जानकारी उत्सुकता से ले रहे हैं। यह परिवार में सोशल बॉन्डिंग बढ़ाने का कामकाज रहा है।