उत्तर भारत के कई राज्यों में रविवार को पश्चिम विक्षोभ बना। इसका असर अजमेर पर भी हुआ। सुबह से घनघोर बादलों ने डेरा डाल दिया। करीब 7.30 बजे वैशाली नगर, माकड़वाली रोड, पंचशील, आनासागर लिंक रोड, शास्त्री नगर ,फायसागर रोड और अन्य इलाकों में रिमझिम बूंदाबांदी हुई। टपका-टपकी का दौर कई बार चला। बादलों के कारण सूरज नहीं निकला। लोगों को तेज धूप और गर्मी से राहत मिली।
इस साल फरवरी तक कंपकंपा सकती है सर्दी अजमेर. इस साल सर्दी कुछ ज्यादा कंपकंपा सकती है। अव्वल तो मानसून की विदाई और गुलाबी ठंडक की शुरुआत देरी से हुई है। मौसम पैटर्न में बदलाव के चलते ग्रीष्म की तरह शीत ऋतु में बदलाव दिख रहा है।इस बार मई में चक्रवात तौकाते और यास के असर से कई राज्यों में बरसात हुई। इससे राजस्थान में तो कई जिलों में भीषण गर्मी और लू का असर भी नहीं दिखा। इसका मानसून पर भी असर दिखा। पूरे अगस्त और सितंबर के शुरुआत तक कई राज्यों में गर्मी रही। जाते सितंबर में मानसून ने जमकर भिगोया। देरी से विदा हुआ मानसून इस बार मानसून का पैटर्न काफी बदला दिखा।