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दिल्ली में फॉगिंग करते तो जयपुर में युवाओं की मदद से दबोचे ‘मुन्नाभाई’

locationअजमेरPublished: Sep 16, 2021 01:42:35 am

Submitted by:

manish Singh

दिल्ली में निगम के फॉगिंग टीम मेंबर बनकर अर्पित स्वामी को दबोचा, जयपुर में युवाओं की मदद से डा. राजन राजगुरू को पकड़ा
 

दिल्ली में फॉगिंग करते तो जयपुर में युवाओं की मदद से दबोचे 'मुन्नाभाई'

दिल्ली में फॉगिंग करते तो जयपुर में युवाओं की मदद से दबोचे ‘मुन्नाभाई’

मनीष कुमार सिंह

अजमेर.

मेडिकल/इंजिनियरिंग कॉलेज में पैसा लेकर दाखिला करवाने वाली मुन्नाभाई गैंग को दबोचने में पुलिस टीम ने भी सूझबूझ व अनुभव का इस्तेमाल किया। दिल्ली विकासपुरी में जहां बहुमंजिला इमारत से अर्पित स्वामी को दबोचने के लिए निरीक्षक राजेन्द्र कमांडो ने निगम के स्वास्थ्य विभाग की टीम का सदस्य बनकर महिला कांस्टेबल के साथ फॉगिंग कर अर्पित स्वामी को दबोचा वहीं जयपुर में होटल के बाहर खड़े तीन युवकों की मदद से डॉ. राजन राजगुरू को पकड़ा गया। नीट परीक्षा से ठीक पहले गिरोह का पर्दाफाश करने से सुर्खियों में आई अजमेर रेंज पुलिस की टीम ने सूझबूझ व अनुभव के साथ साहस व धैर्य से कार्रवाई अंजाम दी। पुलिस कार्रवाई में अहम भूमिका निभाने वाले लाडूनं थानाधिकारी राजेन्द्र कमांडो ने पत्रिका से साझा किए अनुभव।
केस-1 ….अर्पित के फ्लैट में फॉगिंग कर दबोचा
नीट-जेईई में धांधली की कलई अजमेर रेंज स्पेशल टीम ने दिल्ली विकासपुरी में बहुमंजिला इमारत से अर्पित स्वामी को दबोचकर खोल दी। अर्पित को 10 सितम्बर को एएसपी विकास नेहरा के नेतृत्व में निरीक्षक राजेन्द्र कमांडो, एएसआई पवनकुमार व महिला कांस्टेबल ने पकड़ा। कमांडो के मुताबिक रातभर सफर के बाद सुबह 7 बजे विकासपुरी पहुंचे तो अर्पित की मौजूदगी व पहचान बड़ी चुनौती थी। एक किमी. दूर अर्पित का ऑफिस है। उसके एक मोबाइल की लोकेशन ऑफिस में आ रही थी। इमारत के आसपास नजर डालने पर दिल्ली नगर निगम की स्वास्थ्य विभाग की टीम फॉगिंग करते दिखी। कमांडों ने निगम टीम को 500 रुपए देकर फ्लैट में फॉगिंग के लिए राजी किया। कमांडो खुद फॉगिंग करते सेकेंड फ्लोर पर पहुंचे। उन्होंने अर्पित व उसके सामने वाले फ्लैट पर दस्तक दी। अर्पित ने गेट खोला लेकिन चैनल गेट बंद था। उसने कमांडों से अंदर से बात की। उन्होंने फॉगिंग की जानकारी देते हुए दरवाजे-खिड़कियां खुली रखने की बात कही। फॉगिंग के बाद कमांडो ने वापस भूतल पर पहुंच एएसपी नेहरा को अर्पित की मौजूदगी सहित दो विदेशी नस्ल के खूंखार कुत्तों की मौजूदगी भी बताई जिनके कार्रवाई के दौरान काटने का भी खतरा था।
सर्वे के लिए बाहर बुलाकर दबोचा
कमांडो महिला कांस्टेबल को साथ लेकर पुन: पहुंचे। इस बार वह सोसायटी के गार्ड से रजिस्टर लेकर पहुंचे। उन्होंने फिर से अर्पित के फ्लैट पर दस्तक दी। अर्पित आया तो उससे फॉगिंग का फीडबैक लिया। फिर रजिस्टर में साइन के लिए उसे बाहर बुलाया। चैनल गेट खोलकर बाहर आते ही कमांडो ने अर्पित को दबोच लिया। वहीं दूसरे ही पल महिला कांस्टेबल ने फ्लैट के दरवाजा बंद कर दिया।
मिले कई अहम दस्तावेज

कमांडो के मुताबिक अर्पित ने विरोध करते हुए पूछा तो उसको सोसायटी में कुत्ते रखने से पड़ोसियों के परेशान होने की जानकारी दी। अर्पित ने कुत्ते पालतू होने व किसी तरह से परेशान नहीं होने की बात कही। कमांडो सूझबूझ दिखाते हुए उसे फ्लैट में ले गए। जहां अर्पित ने दोनों कुत्तों को बांध दिया। कुत्तों के बांधते ही एएसपी नेहरा व अन्य फ्लैट में पहुंच गए। पुलिस ने अर्पित को काबू में कर मोबाइल फोन को कब्जे में ले लिया। फिर फ्लैट और ऑफिस से बड़ी संख्या में मोबाइल फोन, नीट के छात्रों के दस्तावेज, खाली चेक समेत कई अहम दस्तावेज जब्त किए गए। कमांडो ने बताया कि अर्पित की गिरफ्तारी के बाद जयपुर, कोटा में दूसरी टीम ने कार्रवाई कर गजेन्द्र स्वामी, योगेन्द्र स्वामी व मोहम्मद तंजील को गिरफ्तार किया।
केस-2 मेडिकोज को ढूंढता हत्थे चढ़ा डॉ. राजन

निरीक्षक राजेन्द्र कमांडो ने बताया कि गिरोह के चार आरोपियों कि गिरफ्तारी के बाद नीट परीक्षा में बैठने वाले मेडिकोज व उनके दलाल को पकडऩा भी जरूरी था। अर्पित, तंजील व गजेन्द्र से मिले इनपुट के आधार पर 12 सितम्बर को जयुपर में पहले से चिह्नित रावत पब्लिक स्कूल पहुंचे। टीम ने डॉ. राजन राजगुरू को पहचान लिया लेकिन उसे दबोचने के बजाए पीछा करते रहे। डॉ. राजन को परीक्षा देने आए मेडिकोज की तलाश थी लेकिन वह नहीं आया। वह उसे तलाशते हुए त्रिवेणी की तरफ आ गया। हालांकि कुछ देर के लिए डॉ. राजन ओझल हो गया लेकिन उसके मोबाइल फोन की लोकेशन से फिर ट्रेस कर तलाश किया। लेकिन उसके साथ परीक्षा खत्म पर महेन्द्र सैनी व दो युवतियां थी। डॉ. राजन उनके पेपर लेकर पढ़ रहा था। इसके बाद डॉ. राजन उन्हें सामने स्थित होटल में ले गया। कमांडो ने बताया कि वह दो सिपाही रामधन-प्रेमचंद के साथ थे जबकि आरोपी चार या उससे ज्यादा होने का संदेह था।
होटल से दबोचे मेडिकोज
कमांडो ने बताया कि उसने तुरन्त पास खड़े तीन युवकों से बातचीत कर उन्हें पुलिस के स्पेशल ऑपरेशन में मददगार बनने के लिए राजी कर लिया। कमांडो ने तीनों युवकों के साथ डॉ. राजन, महेन्द्र सैनी व दोनों युवतियों को दबोच लिया। इधर एएसपी नेहरा की सूचना पर आयुक्तालय की टीम भी मदद के लिए पहुंच गई। इसके बाद होटल से मेडिकोज प्रवीण मंडा, अंकित यादव, प्रद्युमन सिंह, सांवरमल व दलाल अनोज बिजारिणां को दबोचा। कमांडो ने बताया कि पुलिस कार्रवाई के बाद भी गिरोह में शामिल मेडिकोज परीक्षा देने जयपुर आए।
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