देवनगर रोड पर गोशाला के पास शराब का ठेका बंद किए जाने की मांग को लेकर लम्बे समय तक किया गया प्रयास बेनतीजा रहने पर गुरुवार करीब पन्द्रह संत व गोशाला अध्यक्ष घीसू तंवर सहित हनुमान सिंगोदिया, पालिका पार्षद जयनारायण दग्दी, नर्सरी संचालक रामस्वरूप सहित ग्रामीण शराब के ठेके की केबिन के मुख्य दरवाजे पर धरने पर बैठ गए तथा ठेका नहीं खुलने दिया।
धरने पर बैठे जगदीश दास व संत रामकिशोर दास ने पत्रिका को बताया कि गोशाला के पास शराब का ठेका होने से संस्थापक महामंडलेश्वर राम बालकदास पिछले एक वर्ष से यहां पर नहीं आ रहे हैं। वहीं भावनाएं आहत होने से गोसेवा को आने वाले श्रद्धालुओं की आवक भी घटती जा रही है। गोसेवा व संचालन में अड़चन आ रही है।
बैरंग लौटाया ठेकाकर्मियों को मामला बढऩे पर सहायक उपनिरीक्षक नाथूलाल, तहसीलदार पंकज बडग़ूजर ने मौके पर जाकर विवादित जमीन का नापजोख कराया। आरोप है कि इसी बीच ठेकाकर्मियों ने चारपहिया वाहन सहित मौके पर आकर ठेका खोलने का प्रयास किया लेकिन संतों के विरोध के चलते उन्हें बैरंग लौटना पड़ा।
चरागाह पर शराब ठेके का लाइसेंस तहसीलदार पकंज बडग़ूजर की ओर से संतों व ग्रामीणों के विरोध के बाद राजस्व विभाग की टीम से नापजोख के बाद कराई गई प्रथमदृष्टया जांच में गोचर भूमि पर ठेका लाइसेन्स देने की जानकारी सामने आई। पता चला कि अमर चंद ने एक बीघा गोचर भूमि पर कब्जा करके स्वयं की बताते हुए ठेका चलाने पर सहमति दे दी थी।
उपखंड अधिकारी देविका तोमर ने गोचर पर कब्जा करने के आरोप में ठेकेदार दरियाव सिंंह व जमीन को खुद की बताकर ठेका संचालन की अनुमति देने पर अमर सिंह को भू-राजस्व अधिनियम की धारा 91 को नोटिस देकर ठेका हटाने की कार्रवाई शुरू कर दी है।
इनका कहना है शराब ठेके विरोध के बाद नापजोख में जमीन गोचर पाई गई है। ठेकेदार व जमीन के कब्जेधारी दोनों को धारा 91 के तहत नोटिस जारी कर दिए हैं। जल्द की ठेका अन्यत्र शिफ्ट कर दिया जाएगा। जिला आबकारी अधिकारी को स्थिति से अवगत करा दिया गया है।
– देविका तोमर, उपखंड अधिकारी पुष्कर