बनाया भागीरथ ने रिकॉर्ड
2014 में तत्कालीन जल संसाधन मंत्री प्रो. सांवरलाल जाट ने मौजूदा उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट को 1 लाख 84 हजार वोट से हराया था। यह अजमेर संसदीय क्षेत्र की सबसे बड़ी हार थी। लेकिन इस बार भाजपा के भागीरथ चौधरी इस रिकॉर्ड को भी तोड़ दिया है। उन्हें 8 लाख 35 हजार 695 से ज्यादा वोट मिले हैं। झुनझुनवाला को 3 लाख 17 हजार 676 वोट मिले हैं। इस लिहाज से चौधरी 4 लाख 13 हजार से ज्यादा वोट लिए हैं।
2014 में तत्कालीन जल संसाधन मंत्री प्रो. सांवरलाल जाट ने मौजूदा उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट को 1 लाख 84 हजार वोट से हराया था। यह अजमेर संसदीय क्षेत्र की सबसे बड़ी हार थी। लेकिन इस बार भाजपा के भागीरथ चौधरी इस रिकॉर्ड को भी तोड़ दिया है। उन्हें 8 लाख 35 हजार 695 से ज्यादा वोट मिले हैं। झुनझुनवाला को 3 लाख 17 हजार 676 वोट मिले हैं। इस लिहाज से चौधरी 4 लाख 13 हजार से ज्यादा वोट लिए हैं।
कांग्रेस लगातार लुढक़ी..
जनवरी 2018 में अजमेर संसदीय क्षेत्र के लिए उप चुनाव हुए थे। कांग्रेस की तरफ से डॉ. रघु शर्मा और भाजपा से जाट के पुत्र रामस्वरूप लांबा ने चुनाव लड़ा। डॉ. शर्मा ने 80 हजार से ज्यादा मतों से लांबा को शिकस्त देकर कांग्रेस को विजयी बनाया। उस वक्त प्रदेश की तत्कालीन भाजपा सरकार के कामकाज को लेकर जनता में काफी नाराजगी रही थी। इसका कांग्रेस को फायदा मिला था। लेकिन विधानसभा चुनाव में कांग्रेस फायदा नहीं उठा सकी। जिले की मसूदा और केकड़ी सीट ही कांग्रेस जीत पाई थी। भाजपा ने छह विधानसभा क्षेत्र पर कब्जा जमाया था।
जनवरी 2018 में अजमेर संसदीय क्षेत्र के लिए उप चुनाव हुए थे। कांग्रेस की तरफ से डॉ. रघु शर्मा और भाजपा से जाट के पुत्र रामस्वरूप लांबा ने चुनाव लड़ा। डॉ. शर्मा ने 80 हजार से ज्यादा मतों से लांबा को शिकस्त देकर कांग्रेस को विजयी बनाया। उस वक्त प्रदेश की तत्कालीन भाजपा सरकार के कामकाज को लेकर जनता में काफी नाराजगी रही थी। इसका कांग्रेस को फायदा मिला था। लेकिन विधानसभा चुनाव में कांग्रेस फायदा नहीं उठा सकी। जिले की मसूदा और केकड़ी सीट ही कांग्रेस जीत पाई थी। भाजपा ने छह विधानसभा क्षेत्र पर कब्जा जमाया था।