थानाप्रभारी रामअवतार ने बताया कि मुखबिर ने महिला व युवती को तीन साल के बच्चे के साथ संदिग्ध हालात में घूमते देखा। सूचना पर सहायक उपनिरीक्षक राजवीरसिंह, हैडकांस्टेबल मनीराम, गोपाललाल, सिपाही रामबाबू की टीम गटित कर रवाना किया।
पुलिस ने संदिग्ध हालात में घूम रही अलवर बतल बस्ती हाल जयपुर रेलवे स्टेशन के पास झुग्गी झोपड़ी निवासी कश्मीरा पत्नी बनिया कुम्हार को पकड़ा। उसके साथ एक किशोरी और तीन साल का बालक था। पुलिस उन्हें क्लॉक टावर थाने लाकर सख्ती से पूछताछ की तो उसने चार दिन पहले टेम्पो में पर्स से नकदी व ज्वैलरी चुराना कबूल किया। पुलिस उससे गहनता से पड़ताल में जुटी है।
ज्वैलरी-नकदी की कबूली वारदात एसएचओ रामअवतार के अनुसार महिला जेबतराश ने बताया कि 27 नवम्बर को वह आगरागेट चौराहा से रूट नम्बर 4 के टेम्पो में चढ़ी। उसने गांधी भवन पहुंचने से पहले बगल में बैठी महिला के बैग में कट लगाकर ज्वैलरी, नकदी का पर्स चुरा लिया। स्टेशन पर वह टेम्पो से उतरने के बाद जयपुर चली गई।
बस से आती हैं अजमेर पड़ताल में सामने आया कि गिरोह ने जयपुर रेलवे स्टेशन के पास झुग्गी झोपड़ी एरिया में डेरा जमा रखा है। गिरोह की महिलाएं रोजाना बस से अजमेर आती हैं। टेम्पो, बस और भीड़भाड़ वाले स्थान पर जेबतराशी की वारदात अंजाम देने के तुरन्त बाद ट्रेन या बस से वापस लौट जाती हैं।
यह है मामला 27 नवम्बर को लोहागल निवासी संतोष देवी पत्नी डालचन्द ने शिकायत दी। उसने बताया कि वह चन्दरवरदाई नगर के लिए टेम्पो से रवाना हुई। आगरा गेट से दो संदिग्ध महिलाएं टेम्पो में चढ़ीं और रेलवे स्टेशन उतर गई। वह इंदिरा गांधी स्मारक के सामने उतरी तो बैग में कट लगा हुआ था। तब तक टेम्पो आगे निकल चुका था। दोनों महिलाएं बैग से ढाई लाख रुपए कीमत की ज्वैलरी और 30 हजार रुपए की नकदी चुरा ले गई थी।