अजमेर में ही सन 1894 में पहला भाप का रेल इंजन बनाया गया। ब्रिटिश काल में कर्नल डिक्सन ने अजमेर-मेरवाड़ा में अनेक तालाबों का निर्माण कराया था। इसी दौरान सन 1876 में अजमेर रेल सेवा से जुड़ा। सन 1890 में यहां रेलवे के लोको कारखाने स्थापित किए गए। इन्ही लोकों कारखानों में 1894 में पहला भाप का इंजन बनाया गया।
रेलवे की दृष्टि से अजमेर हमेशा से महत्वपूर्ण रहा। अजमेर को उत्तर-पश्चिम रेलवे में एक महत्वपूर्ण मंडल के रूप में जाना जाता है। अजमेर में उच्च स्तर का डीआरएम कार्यालय भी स्थापित है। इतना ही नही 1914 में हुए प्रथम विश्वयुद्ध में इस्तेमाल किए गए हथगोले भी अजमेर में ही बने।
फैक्ट फाइल- अजमेर से जुड़ी 1570- बादशाह अकबर ने नया बाजार में किला का निर्माण कराया। वर्तमान में यह संग्रहालय है। 1818- मराठा शासक दौलतराम सिंधिया तथा ईस्ट इंडिया कम्पनी के बीच समझौते के तहत अजमेर को अंग्रेजों के अधीन किया गया।
1866- अजमेर म्यूनिसिपल की स्थापना की गई। 1895- महारानी विक्टोरिया के शासनकाल की रजत जयन्ती पर क्लॉक टॉवर का निर्माण हुआ। 1911- किंग एडवर्ड मेमोरियल बना। 1956- अजमेर एक स्वतंत्र राज्य था जो 1 नवम्बर 1956 को राजस्थान में मिला।