पुष्कर सरोवर आदिकाल से हिंदुओं का प्रमुख तीर्थस्थल है। हर साल प्रतिवर्ष श्रद्धालु सरोवर में पूजा-पाठ करने आते हैं। इस बार कोरोान संक्रमण के चलते ना पुष्कर मेला भरा ना श्रद्धालुओं ने डुबकी लगाई। विदेशी सैलानी भी नहीं के बराबर हैं। लेकिन कई सैलानी लम्बे अर्से से पुष्कर में रुके हुए हैं। यहां रुके कई परदेसी पुष्कर सरोवर में नियमित पूजा-पाठ करते हैं। कुछ तो मंत्रोच्चार भी सीख रहे हैं।
सर्द होता दिसंबर, मौसम में बढ़ी ठिठुरन
अजमेर. दिसंबर धीरे-धीरे सर्द हो रहा है। बुधवार को भी मौसम में सुबह से ठंडक और गलन कायम बनी रही। दिनभर चमकदार धूप निकली, लेकिन हवा में ठंडापन महसूस हुआ। न्यूनतम तापमान 10.2 डिग्री रहा। पिछले दो दिन में तापमान में 4.3 डिग्री की गिरावट हो चुकी है।
अलसुबह सूरज निकलने तक लोग घरों में ही कैद रहे। धूप निकलने से लोगों को कुछ राहत महसूस हुई। फिर भी हवा में ठंडापन बना रहा। घरों-दफ्तरों में हल्की गलन भी भी बनी रही। शाम होने के साथ सर्दी ने फिर जोर पकड़ लिया। अधिकतम तापमान 25.6 डिग्री रहा।
अजमेर. दिसंबर धीरे-धीरे सर्द हो रहा है। बुधवार को भी मौसम में सुबह से ठंडक और गलन कायम बनी रही। दिनभर चमकदार धूप निकली, लेकिन हवा में ठंडापन महसूस हुआ। न्यूनतम तापमान 10.2 डिग्री रहा। पिछले दो दिन में तापमान में 4.3 डिग्री की गिरावट हो चुकी है।
अलसुबह सूरज निकलने तक लोग घरों में ही कैद रहे। धूप निकलने से लोगों को कुछ राहत महसूस हुई। फिर भी हवा में ठंडापन बना रहा। घरों-दफ्तरों में हल्की गलन भी भी बनी रही। शाम होने के साथ सर्दी ने फिर जोर पकड़ लिया। अधिकतम तापमान 25.6 डिग्री रहा।
बढ़ रही सर्दी
यूं तो बीते नवंबर से सर्दी का असर कायम है। चक्रवाती तूफान निवार के चलते बरसात और ओले भी गिरे थे। दिसंबर के शुरुआत में धूप निकल रही है लेकिन सुबह और शाम सर्दी कंपकंपी बढ़ रही है। पिछले साल दिसंबर के शुरुआत में अधिकतम तापमान 26.3 और न्यूनतम 10 से 12 डिग्री तक था। इस साल भी कमोबेश तापमान की स्थिति यथावत है।
यूं तो बीते नवंबर से सर्दी का असर कायम है। चक्रवाती तूफान निवार के चलते बरसात और ओले भी गिरे थे। दिसंबर के शुरुआत में धूप निकल रही है लेकिन सुबह और शाम सर्दी कंपकंपी बढ़ रही है। पिछले साल दिसंबर के शुरुआत में अधिकतम तापमान 26.3 और न्यूनतम 10 से 12 डिग्री तक था। इस साल भी कमोबेश तापमान की स्थिति यथावत है।