रहते प्रवेश कार्य में व्यस्त
कॉलेज और विश्वविद्यालय जून में प्रवेश प्रक्रिया के कारण व्यस्त रहते हैं। विद्यार्थियों, शिक्षकों की चहल-पहल के बावजूद संस्थाएं योग दिवस को औचपारिक लेती हैं। संस्थाएं गर्मियों की छुट्टियां, विद्यार्थियों की सीमित संख्या जैसे तर्क देती हैं। गिनी-चुनी संस्थाएं ही व्याख्यान, संगोष्ठी सांस्कृतिक कार्यक्रम कराती हैं।
कॉलेज और विश्वविद्यालय जून में प्रवेश प्रक्रिया के कारण व्यस्त रहते हैं। विद्यार्थियों, शिक्षकों की चहल-पहल के बावजूद संस्थाएं योग दिवस को औचपारिक लेती हैं। संस्थाएं गर्मियों की छुट्टियां, विद्यार्थियों की सीमित संख्या जैसे तर्क देती हैं। गिनी-चुनी संस्थाएं ही व्याख्यान, संगोष्ठी सांस्कृतिक कार्यक्रम कराती हैं।
कई जगह होता है बड़ा कार्यक्रम
योग दिवस पर अजमेर सहित कई शहरों में बड़े स्तर पर कार्यक्रम होता है। लोग मैदान, उद्यान अथवा अन्य स्थानों पर सामूहिक योग करते हैं। योग प्रशिक्षक बाकायदा 10-15 दिन पहले से तैयारियां शुरू करा देते हैं।
योग दिवस पर अजमेर सहित कई शहरों में बड़े स्तर पर कार्यक्रम होता है। लोग मैदान, उद्यान अथवा अन्य स्थानों पर सामूहिक योग करते हैं। योग प्रशिक्षक बाकायदा 10-15 दिन पहले से तैयारियां शुरू करा देते हैं।