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अजमेर

जायरीन-खानाबदोश ना बन जाए ‘आफतÓ

संक्रमण का खतरा : दरगाह निजाम गेट तक जायरीन के आने व सजदा करने का सिलसिला शुरूराज्य सरकार की अनुमति के बिना आ रहे है जायरीन, यहां बड़ी संख्या में जुटे खानाबदोशों

अजमेरJul 13, 2020 / 01:19 am

manish Singh

जायरीन-खानाबदोश ना बन जाए 'आफतÓ

जायरीन-खानाबदोश ना बन जाए ‘आफतÓ

मनीष कुमार सिंह

अजमेर. अनलॉक 2 में तेजी से बढ़ते संक्रमण में पुलिस का रवैया भी अब ढीला हो चला है। आलाधिकारी के शहर के सघन क्षेत्र से मुंह फेरते ही यहां बाहरी जायरीन व खानाबदोशों की आवाजाही शुरू हो गई है। राज्य सरकार की रोक के बावजूद दरगाह निजामगेट पर जायरीन के चौखट चूमने, चादर चढ़ाने व सजदा का सिलसिला शुरू हो चुका है। जायरीन पहुंचने के साथ ही खानाबदोशों ने भी बाजार में फिर से डेरा जमा लिया है। इससे संक्रमण का खतरा अब कई गुणा बढ़ चुका है।राज्य सरकार ने भले अभी मंदिर-मस्जिद खोलने के आदेश नहीं दिए लेकिन अजमेर ख्वाजा साहब की दरगाह में जायरीन आना शुरू हो चुके है। जायरीन की आवाक बढऩे के साथ दरगाह निजाम गेट पर भी हलचल बढऩे लगी है। यहां खादिम समुदाय के लोग भी जायरीन से सीधे सम्पर्क में आने लगे हैं। यही नहीं जायरीन की आवक बढऩे के साथ ही आसपास डेरा जमाए खानाबदोश भी दरगाह बाजार पहुंच चुके हैं। यहां खानाबदोश खैरात के लिए जायरीन को छूने से लेकर उनके कपड़े खींचना और पीछे दौड़ लगाना अब आम है। ऐसे हालात में शहर के दरगाह क्षेत्र में कोरोना संक्रमण का खतरा अब कई गुणा बढ़ चुका है।
नजर पड़ी तो भीड़ कम
दरगाह बाजार में हालात यह है कि जायरीन की आवक शुरू होते ही धीरे-धीरे भीड़ बढऩे लगी है। ऐसे में यहां खानाबदोश का जमावड़ा लग गया। यूं तो यहां दिनभर पुलिस कर्मी तैनात रहते हैं लेकिन वो भी दिनभर निगरानी रखने के बजाए नजर पडऩे पर ही टोकते हैं।
शहर का संवेदनशील इलाका

दरगाह बाजार, नला बाजार और उसके आसपास का क्षेत्र शहर का सबसे संवेदनशील इलाका है। लॉकडाउन 1.0 में शहर में सबसे पहले संक्रमित होने वालों में सर्वाधिक दरगाह थाना, क्लॉक टावर व कोतवाली थाना शामिल है। पुराना शहर और सघन रिहायशी इलाका होने के चलते क्षेत्र को ज्यादा संवेदनशील माना जाता रहा है।
बन जाए संक्रमण विस्फोट का कारण
अजमेर फैले खानाबदोश फिर से कोरोना संक्रमण के विस्फोट का कारण ना बन जाए। शहर के सड़क चौराहों पर फिर बड़ी संख्या में खानाबदोश नजर आने लगे हैं। यहीं नहीं सड़क, चौराहों और बाजार में खैरात मांगने वालों की संख्या भी तेजी से बढ़ी है।
इनका कहना है…

यह सही है कि जायरीन व खानाबदोशों की संख्या में बढ़ोत्तरी हुई है। खानाबदोशों के लिए नगर निगम को भी कहा गया है। दरगाह कमेटी को खानाबदोशों को बांटे जाने वाले लंगर को आम्बाबाव क्षेत्र में वितरण के निर्देश दिए गए हैं। जायरीन के लिए दरगाह कमेटी व खादिम समुदाय से समझाइश की जाएगी। सही है मौजूदा हालात में बढ़ती भीड़ संक्रमण के खतरे को बढ़ावा दे रही है।
रजत विश्नोई, सीओ दरगाह
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