कोचिंग संचाललक भी शाेमिल पुलिस के अनुसार आंसर शीट को बेचने के लिए प्रति व्यक्ति से दो लाख रुपए ऐंठ रहे थे लेकिन पुलिस की सक्रियता के चलते इस गैंग को असली आंसर सीट नहीं मिली थी। यह कोचिंग संचालक के माध्यम से अभ्यर्थियों से फर्जी आंसर शीट देकर वसूली में लगे हुए थे। परीक्षा शुरु होने से पहले पुलिस ने इनको दबोच लिया था। पुलिस ने इनके पास से डेढ़ लाख रुपए, दो मोबाइल 100 एडमिट कार्ड, स्विफ्ट डिजायर गाड़ी बरामद की है। गैंग में शामिल चार आरोपी पुलिस की पकड़ से दूर हैं। बताया जा रहा है कि पुलिस भर्ती परीक्षा होने से छह सात दिन पहले इस गैंग ने पूरी भूमिका तैयार कर ली थी। पुलिस के अनुसार थाना टप्पल क्षेत्र के जट्टारी में अपेक्स डिफेंस एकेडमी चलाने वाले अशोक कुमार, श्याम और जितेंद्र फर्जी उत्तर सीट मंगा कर अभ्यर्थियों को देकर अवैध वसूली करने में लगे थे, लेकिन मुखबिर की सूचना पुलिस को मिली तो पुलिस ने इनको गिरफ्तार कर लिया।
20 लाख रुपए की ठगी की इस मामले में दिल्ली के मुखर्जी नगर में कोचिंग चलाने वाला योगेश और बनारस के रहने वाले सचिन ने पुलिस भर्ती परीक्षा की परीक्षा की असली उत्तर सीट उपलब्ध कराने का जिम्मा लिया था, लेकिन मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने थाना गांधी पार्क के धनीपुर के प्राइमरी स्कूल के अंदर से अशोक, जितेंद्र सहित नौ लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस के अनुसार इस गैंग ने अभ्यर्थियों से करीब 20 लाख रुपए उगाही कर लिए थे। हांलाकि एसएसपी के मुताबिक पुलिस भर्ती परीक्षा के पेपरों से मिलान किया गया लेकिन पेपर की आंसर सीट सही नहीं पाई गई।