अजान से बच्चों की पढ़ाई पर पड़ता है असर उधर, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद कार्यकर्ताओं का कहना है कि जब ध्वनि प्रदूषण पर हाईकोर्ट का सख्त आदेश है कि ध्वनि प्रदूषण नहीं होगा। तो प्रशासन मौन क्यों बैठा हुआ है और आखिर चाह क्या रहा है। इससे प्रशासन की मंशा साफ है कि मुस्लिम समुदाय के लोग मस्जिदों में लाउडस्पीकर बजाकर ध्वनि प्रदूषण करें और हिंदू समुदाय के लोग लाउडस्पीकर बजाकर ध्वनि प्रदूषण ना करें। एबीवीपी के पूर्व प्रदेश मंत्री बलदेव चौधरी उर्फ चिंटू ने कहा कि मस्जिदों के अंदर सुबह अजान बजने के दौरान मस्जिद में बजने वाली अजान के होने वाले शोर से छात्रों की पढ़ाई बेकार होती है। ऐसे बहुत से छात्रों के द्वारा कई बार अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के लोगों से संपर्क साधते हुए शिकायत की गई है कि मस्जिदों में सुबह के वक्त होने वाली अजान की तेज आवाज निकलने से उनकी पढ़ाई में व्यवधान पैदा होता है।
अनुमति मिलने तक नहीं लगेंगे लाउडस्पीकर बता दें कि भारतीय विद्यार्थी परिषद के पूर्व प्रदेश मंत्री बलदेव ने अपने कार्यकर्ताओं के साथ कलक्ट्रेट पहुंचकर शहर के 21 चौराहों पर लाउडस्पीकर बजाकर हनुमान चालीसा का पाठ धार्मिक कार्यक्रम करने के लिए पत्र लिखकर एडीएम प्रशासन से मांग की थी। वहीं जिला प्रशासन की तरफ से अनुमति नहीं दिए जाने के बाद बलदेव ने कहा कि, प्रशासन ने शासन से अनुमति के संबंध में बात करने की बात कही है। अभी अनुमति नहीं मिली है। प्रशासन की तरफ से अनुमति का इंतजार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि फिलहाल अनुमति न मिलने पर 21 चौराहों का लाउडस्पीकर नहीं लगाए जाएंगे।
नेता दे रहे विवादित बयान गौरतलब है कि अलीगढ़ शहर में मस्जिदों में होने वाली अजान और लाउडस्पीकर को लेकर धुआंधार बैटिंग शुरू है। इस घमासान के बीच राजनीतिक गलियारों में भी अजान और लाउडस्पीकर की चर्चाएं तेज है तो वही नेता भी अजान और लाउडस्पीकर के मुद्दे को भुनाने में जुटे हुए हैं जिसके चलते राजनेताओं द्वारा अपनी अपनी रोटियां सेकते हुए दोनों तरफ से भड़काऊ और विवादित बयान भी दिए जा रहे हैं।