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AMU में दुष्कर्म पर स्टूडेंट्स को विवादित शिक्षा देने वाला प्रोफेसर निलंबित, जानें क्या है पूरा मामला

locationअलीगढ़Published: Apr 07, 2022 11:00:02 am

Submitted by:

lokesh verma

अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (AMU) के जवाहरलाल मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस (तृतीय वर्ष) के स्टूडेंट्स को कक्षा में पढ़ाई के दौरान दुष्कर्म को लेकर हिंदू देवताओं का हवाला देने वाले असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. जितेंद्र कुमार को निलंबित कर दिया गया है। मामले के तूल पकड़ने के बाद भाजपा नेता ने थाना सिविल लाइन में केस दर्ज कराया है।

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AMU में दुष्कर्म पर स्टूडेंट्स को विवादित शिक्षा देने वाला प्रोफेसर निलंबित।

अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (AMU) के जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में फॉरेंसिक साइंस के छात्रों को हिंदू देवी-देवताओं पर अमर्यादित शिक्षा देने वाले असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. जितेंद्र कुमार को निलंबित कर दिया गया है। डॉ. जितेंद्र कुमार पर आरोप हैं कि उन्होंने दुष्कर्म को लेकर हिंदू देवी-देवताओं का हवाला दिया था। इसके बाद सोशल मीडिया पर अशोक श्रीवास्तव नाम के युवक ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और यूपी सरकार को ट्वीट करते शिकायत की। इस ट्वीट के बाद एएमयू प्रशासन में खलबली मच गई। एएमयू प्रशासन ने प्रोफेसर को तुरंत कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया। नोटिस के बाद संबंधित प्रोफेसर ने एएमयू कुलपति को माफीनामा दे दिया। मामले को गंभीरता से लेते हुए एएमयू इंतजामिया ने जांच कमेटी गठित कर दी है। इसके साथ ही प्रोफेसर को निलंबित कर दिया गया है। वहीं एक भाजपा नेता कोतवाली सिविल लाइन थाने में प्रोफेसर के खिलाफ केस दर्ज कराया है तो एक सपा नेत्री रुबीना खानम ने प्रोफेसर की जुबान काटने वाले को 50 हजार रुपये का इनाम देने का ऐलान किया है।
जानकारी के अनुसार, अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. जितेंद्र ने फॉरेंसिक साइंस की क्लास के दौरान छात्रों के सामने आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल करते हुए पढ़ा रहे थे। उन्होंने एमबीबीएस के छात्रों को हिंदू धर्म पर आपत्तिजनक जानकारी दी है। प्रोफेसर द्वारा आपत्तिजनक पढ़ाई कराई जाने के बाद कक्षा से ही एक छात्र ने इस संबंध ट्वीट करके स्क्रीनशॉट भी सोशल मीडिया पर शेयर कर दिया। छात्र के ट्वीट के बाद यूनिवर्सिटी में हड़कंप मच गया। जिसके बाद आनन-फानन में यूनिवर्सिटी प्रशासन ने डॉ. जितेंद्र के खिलाफ शोकॉज नोटिस जारी करते हुए 24 घंटे के अंदर जवाब तलब करने के सख्त निर्देश दिए। साथ ही जांच के लिए दो सदस्यीय टीम गठित कर दी।
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माफी मांगने के बाद किया गया निलंबित

वहीं, मामला तूल पकड़ते देख डॉ. जितेंद्र ने कुलपति से माफी मांग ली। जिसके बाद उन्हें निलंबित कर दिया गया। एएमयू के एमआईसी पीआरओ प्रोफेसर शाफे किदवई ने बताया कि इंतजामिया कमेटी ने प्रथम दृष्टया मामले की गंभीरता से लेते हुए डॉ. जितेंद्र को जांच पूरी होने तक निलंबित किया है। नोटिस के जवाब आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
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प्रोफेसर की जुबान काटने वाले को 50 हजार का इनाम देने का ऐलान
भाजपा नेता डॉ. निशित शर्मा ने प्रोफेसर के खिलाफ थाना सिविल लाइन में मुकदमा दर्ज करा दिया है। वहीं सपा नेत्री रुबीना खानम ने प्रोफेसर की जुबान काटने वाले को 50 हजार रुपये का इनाम देने का ऐलान किया है। इस पूरे मामले पर क्षेत्राधिकारी तृतीय सिविल लाइन श्वेताभ पांडे ने बताया कि डॉ. जितेंद्र ने छात्रों के सामने प्रेजेंटेशन देते हुए आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल किया है, जिससे लोगों की धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं।

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