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सोशल मीडिया पर आई तस्वीर मजहर उल कमर के विरूद्ध विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा कार्यवाही सोशल मीडिया में तस्वीर आने के उपरान्त की गयी है। वह डीएस कालेज अलीगढ़ गये थे, जहां उन्होंने अमित गोस्वामी को सम्मानित किया था। अमित गोस्वामी पर अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में गत दो मई, 2018 को होने वाले हमले में कथित रूप से शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार करके जेल भेजा गया था।
सोशल मीडिया पर आई तस्वीर मजहर उल कमर के विरूद्ध विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा कार्यवाही सोशल मीडिया में तस्वीर आने के उपरान्त की गयी है। वह डीएस कालेज अलीगढ़ गये थे, जहां उन्होंने अमित गोस्वामी को सम्मानित किया था। अमित गोस्वामी पर अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में गत दो मई, 2018 को होने वाले हमले में कथित रूप से शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार करके जेल भेजा गया था।
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कारण बताओ नोटिस विश्वविद्यालय ने इस मामले का गंभीर रूप से संज्ञान लेते हुए मजहर उल कमर को 24 घण्टे के अन्दर अपना पक्ष स्पष्ट करने के लिये कहा था। विश्वविद्यालय द्वारा मजहर उल कमर को भेजे गये कारण बताओ नोटिस में कहा गया है कि ‘‘आप भलीभांति इस बात से अवगत हैं कि अमित गोस्वामी नामक व्यक्ति उन असामाजिक तत्वों में शामिल था, जिन्होंने 2 मई को बाबे सैयद गेट पर आकर विश्वविद्यालय के विरूद्ध गाली गलौज तथा नारेबाजी की एवं यहां के छात्रों एवं सुरक्षाकर्मियों के साथ अभद्र व्यवहार किया। विश्वविद्यालय परिसर में अशांत स्थिति के बावजूद आपने उक्त व्यक्ति से मुलाकात कर विश्वविद्यालय बिरादरी विशेष कर उन छात्रों की भावनाओं से खिलवाड़ किया है, जो उक्त मामले की जांच की मांगों को लेकर धरने पर बैठे हुए हैं। यह मामला जांच का विषय है।’’ कारण बताओ नोटिस में आगे कहा गया है कि मजहर उल कमर ने जो किया है, उसकी किसी जिम्मेदार विश्वविद्यालय कर्मचारी से आशा नहीं की जा सकती। मजहर उल कमर को अपना पक्ष रखने के लिये समयबद्ध अवसर प्रदान किया जाएगा। उनके मामले की जांच के लिये एक समयबद्ध जांच भी कराई जायेगी।
कारण बताओ नोटिस विश्वविद्यालय ने इस मामले का गंभीर रूप से संज्ञान लेते हुए मजहर उल कमर को 24 घण्टे के अन्दर अपना पक्ष स्पष्ट करने के लिये कहा था। विश्वविद्यालय द्वारा मजहर उल कमर को भेजे गये कारण बताओ नोटिस में कहा गया है कि ‘‘आप भलीभांति इस बात से अवगत हैं कि अमित गोस्वामी नामक व्यक्ति उन असामाजिक तत्वों में शामिल था, जिन्होंने 2 मई को बाबे सैयद गेट पर आकर विश्वविद्यालय के विरूद्ध गाली गलौज तथा नारेबाजी की एवं यहां के छात्रों एवं सुरक्षाकर्मियों के साथ अभद्र व्यवहार किया। विश्वविद्यालय परिसर में अशांत स्थिति के बावजूद आपने उक्त व्यक्ति से मुलाकात कर विश्वविद्यालय बिरादरी विशेष कर उन छात्रों की भावनाओं से खिलवाड़ किया है, जो उक्त मामले की जांच की मांगों को लेकर धरने पर बैठे हुए हैं। यह मामला जांच का विषय है।’’ कारण बताओ नोटिस में आगे कहा गया है कि मजहर उल कमर ने जो किया है, उसकी किसी जिम्मेदार विश्वविद्यालय कर्मचारी से आशा नहीं की जा सकती। मजहर उल कमर को अपना पक्ष रखने के लिये समयबद्ध अवसर प्रदान किया जाएगा। उनके मामले की जांच के लिये एक समयबद्ध जांच भी कराई जायेगी।