यह भी पढ़े- राम मंदिर पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले से पहले इस जिले के SSP कर रहे रात्रि जागरण कुलपति ने अपनी अपील में कहा है कि अयोध्या के मुकदमें में सुप्रीम कोर्ट का निर्णय शीघ्र आने वाला है। समाज के हर वर्ग का दायित्व है कि वह देश की सर्वोच्च अदालत के निर्णय का सम्मान करें और कोई ऐसा बयान न दें, या किसी ऐसी गतिविधियों में शामिल न हों जिससे वातावरण दूषित हो। कुलपति ने कहा है कि विश्व के सामने यह साबित करने का समय है कि भारत के लोग कानून की हुक्मरानी में विश्वास रखते हैं और वह सर्वोच्च अदालत के निर्णय को पूरी गंभीरता के साथ स्वीकार करेंगे।
यह भी पढ़े – नौ साल पुराने मामले में भाजपा सांसद के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी प्रो. मंसूर ने कहा कि मैं विशेष रूप से अपने छात्रों को आगाह करता हूँ कि वह सोशल मीडिया पर झूठे प्रचार से सावधान रहें। हम सभी को पूरे देश में धैर्य का प्रदर्शन करते हुए भाईचारे को बरकरार रखना चाहिये। हम विभिन्न संस्कृतियों व भाषाओं तथा विभिन्न धर्मों पर आधारित कौम हैं। अमूल्य संस्कृति हमारी धरोहर है और एकता हमारी सबसे बड़ी ताकत है।
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कुलपति ने एएमयू समुदाय शिक्षकों, छात्रों, गैर शिक्षक कर्मचारियों, पूर्व छात्रों तथ शुभचिंतकों से अपील की है कि वह एएमयू परिसर और पूरे देश में समाज के सभी वर्गों में भाईचारा और आपसी रिश्ता बरकरार रखने के लिये मिलजुल कर कार्य करें।
कुलपति ने एएमयू समुदाय शिक्षकों, छात्रों, गैर शिक्षक कर्मचारियों, पूर्व छात्रों तथ शुभचिंतकों से अपील की है कि वह एएमयू परिसर और पूरे देश में समाज के सभी वर्गों में भाईचारा और आपसी रिश्ता बरकरार रखने के लिये मिलजुल कर कार्य करें।