गांव पनिहावर निवासी धीरेंद्रपाल सिंह अपने इलाके के प्रभावशाली लोगों में शुमार हैं। उनके तीन बेटों में से बबली सिंह दूसरे नंबर के थे। वे पड़ोस के गांव बलवंत नगरिया के बाहर बुलंदशहर सीमा पर ईंट भट्ठा चलाते थे। रोजाना वे सुबह बुलेट से वहां जाते व शाम को वापस आते थे। बुधवार को भी वे रोज की तरह ईंट के भट्ठे पर गए। शाम को करीब साढ़े आठ बजे बबली सिंह ने घर वापस जाने के लिए बुलेट स्टार्ट की। इसी दौरान तीन फायर की आवाज सुनाई दी। आवाज सुनकर लोग भट्ठे की ओर दौड़ पड़े। देखा तो बबली सिंह जमीन पर गंभीर घायल अवस्था में पड़े थे। इसके बाद लोग उन्हें लेकर अस्पताल गए, लेकिन वहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।
प्रभावशाली परिवार से ताल्लुक रखने के कारण बबली सिंह की मौत की खबर क्षेत्र में आग की तरह फैल गई। इसके बाद भट्ठे पर लोगों का जमावड़ा इकट्ठा हो गया। कुछ ही देर में विधायक ठा. दलवीर सिंह ( MLA Thakur Dalveer Singh), एसएसपी आकाश कुलहरि (SSP Akash Kulhari), एसपी सिटी अभिषेक (SP City Abhishek) समेत अधिकारी मौके पर पहुंच गए। देर रात तक पड़ताल चलती रही।
लोगों के मुताबिक जब वे भट्ठे पर पहुंचे तो उनका चौकीदार ठाकुरदास निवासी महोबा अपने चार बच्चों को उनकी बुलेट पर बैठाकर पहासू की ओर भाग रहा था। ग्रामीणों ने उसे पकड़ने की कोशिश की, लेकिन कामयाब नहीं हो सके। फिलहाल लोगों का संदेह चौकीदार पर है। लेकिन हत्या के कारण का किसी को पता नहीं चल पा रहा है। पुलिस चौकीदार को पकड़ने की कोशिश में लगी हुई है। पुलिस ने पश्चिमी यूपी भर में संदेश प्रसारित कर बुलेट पर बच्चों सहित सवार व्यक्ति की गिरफ्तारी के लिए मदद मांगी है।
इस मामले में एसएसपी आकाश कुलहरि (SSP Akash Kulhari) का कहना है कि भट्ठा संचालक के चौकीदार ने हत्या की है। उसकी गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं। गिरफ्तारी के बाद ही हत्या के कारण का पता चल सकेगा।
वहीं विधायक ठा. दलवीर सिंह का कहना है कि बबली सिंह क्षेत्र के एक सम्मानित शख्स थे। उनकी हत्या मेरे लिए व्यक्तिगत क्षति है। हत्या का आरोप चौकीदार पर है। पुलिस उसकी तलाश कर रही है। जल्द मामले का खुलासा किया जाएगा।