वीडियो वायरल के होने के बाद जांच के आदेश
इकराम खां ने के उन्हें यूपीएसआईडीसी से प्लॉट आवंटित है। रजिस्ट्री शुल्क में जिला उद्योग केंद्र द्वारा 75 फीसद स्टांप की छूट दिए जाने का प्रावधान है। इसके चलते छूट के लिए औपचारिकताएं पूर्ण कराने 21 मई को वे जिला उद्योग केंद्र गए। वहां बाबू मनोज ने उनसे छूट की 25 फीसद राशि रिश्वत के रूप में मांगी। प्लॉट की रजिस्ट्री कुल स्टांप एक लाख 73 हजार रुपये है। जब इकराम खां ने इतने पैसे देने में खुद को असमर्थ बताया तो उनसे 20 हजार रुपये देने के लिए कहा गया। इकाराम खां ने बताया कि उनसे बाबू मनोज ने कहा कि रुपये महाप्रबंधक तक जाते हैं। यह पैसे वह अकेले नहीं लेता है। ये सुुनकर इकराम खां ने बाबू को उस समय 17 हजार रुपये दे दिए और तीन हजार रुपये 22 मई को देने की बात तय हुई। इकराम ने तीन हजार रुपये 22 मई को विभाग जाकर बाबू को दे दिए । इस सारे घटनाक्रम की वार्ता का वीडियो रिकार्डिग उपलब्ध है। ये वीडियो भाजपा विधायक ठा. दलवीर सिंह ने विभाग के ज्वाइंट कमिश्नर व लघु एवं मध्यम उद्यममंत्री सत्यदेव पचौरी सहित अन्य अधिकारियों को को भेजकर मामले की जानकारी दी है। मंत्री ने इस मामले की जांच के आदेश दिए हैं। ज्वाइंट कमिश्नर सुधांशु तिवारी ने कहा है कि यह मामला उनके संज्ञान में नहीं है। तथ्य मिलते ही कार्रवाई की जाएगी। पिछले सप्ताह भी यूपीएसआईडीसी के बाबू सुबोध भास्कर ने इसी उद्यमी से आवंटन के मामले में रिश्वत ली थी, जिसका वीडियो वायरल होने पर उसे निलंबित कर दिया गया था। वहीं अब जिला उद्योग केन्द्र के बाबू के रिश्वत लेने का मामला उजागर हुआ है।
इकराम खां ने के उन्हें यूपीएसआईडीसी से प्लॉट आवंटित है। रजिस्ट्री शुल्क में जिला उद्योग केंद्र द्वारा 75 फीसद स्टांप की छूट दिए जाने का प्रावधान है। इसके चलते छूट के लिए औपचारिकताएं पूर्ण कराने 21 मई को वे जिला उद्योग केंद्र गए। वहां बाबू मनोज ने उनसे छूट की 25 फीसद राशि रिश्वत के रूप में मांगी। प्लॉट की रजिस्ट्री कुल स्टांप एक लाख 73 हजार रुपये है। जब इकराम खां ने इतने पैसे देने में खुद को असमर्थ बताया तो उनसे 20 हजार रुपये देने के लिए कहा गया। इकाराम खां ने बताया कि उनसे बाबू मनोज ने कहा कि रुपये महाप्रबंधक तक जाते हैं। यह पैसे वह अकेले नहीं लेता है। ये सुुनकर इकराम खां ने बाबू को उस समय 17 हजार रुपये दे दिए और तीन हजार रुपये 22 मई को देने की बात तय हुई। इकराम ने तीन हजार रुपये 22 मई को विभाग जाकर बाबू को दे दिए । इस सारे घटनाक्रम की वार्ता का वीडियो रिकार्डिग उपलब्ध है। ये वीडियो भाजपा विधायक ठा. दलवीर सिंह ने विभाग के ज्वाइंट कमिश्नर व लघु एवं मध्यम उद्यममंत्री सत्यदेव पचौरी सहित अन्य अधिकारियों को को भेजकर मामले की जानकारी दी है। मंत्री ने इस मामले की जांच के आदेश दिए हैं। ज्वाइंट कमिश्नर सुधांशु तिवारी ने कहा है कि यह मामला उनके संज्ञान में नहीं है। तथ्य मिलते ही कार्रवाई की जाएगी। पिछले सप्ताह भी यूपीएसआईडीसी के बाबू सुबोध भास्कर ने इसी उद्यमी से आवंटन के मामले में रिश्वत ली थी, जिसका वीडियो वायरल होने पर उसे निलंबित कर दिया गया था। वहीं अब जिला उद्योग केन्द्र के बाबू के रिश्वत लेने का मामला उजागर हुआ है।