-कम मतदान और मतदान बहिष्कार का लाभ भी भाजपा को मिला
-पार्टी ने जम्मू एवं कश्मीर से 370 हटाने पर समर्थन मांगा था
-तमाम समस्याओं के बाद भी लोग मोदी-योगी का गुणगान कर रहे थे
Narendra modi
अलीगढ़। इगलास विधानसभा सीट के उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी राजकुमार सहयोगी को विजयश्री मिली है। इसके पीछे पार्टी संगठन की दिनरात की मेहनत तो है ही, साथ ही राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) और समाजवादी पार्टी (सपा) के चुनावी रण से बाहर होने पर वॉक ओवर मिल गया। शुरुआती दौर में बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशी अभय कुमार ने टक्कर दी, लेकिन वे मतगणना की पिच पर टिक न सके। धारा 370 ने भी यहां काम किया है।
जाट मतदाताओं को इस तरह रिझाया इगलास सीट पर विधायक बनाने का फैसला सवा लाख जाट मतदाता करते हैं। उन्हें एकजुट करने लिए राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष चौधरी ने कई बार दौरा किया। मतदाताओं को समझाया। जब रालोद प्रत्याशी सुमन दिवाकर का पर्चा खारिज हो गया तो सबकुछ पलट गया। समाजवादी पार्टी ने रालोद को समर्थन दिया था, इस कारण अपना प्रत्याशी खड़ा नहीं किया था। इस तरह सवा लाख जाट मतदाता दिग्भ्रमित हो गए कि क्या करें। इन्हीं मतदाताओं को भाजपा ने अपने पक्ष में करने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगा दिया। इसी कारण उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सभा 18 अक्टूबर, 2019 को गोंडा क्षेत्र में कराई गई। सभा में भीड़ भी ठीकठाक थी।
समस्याओं के बाद भी मोदी-योगी मतदान से एक दिन पूर्व इस संवाददाता ने इगलास विधानसभा क्षेत्र का भ्रमण किया था। मतदाताओं ने आवारा गौवंश, बेरोजगारी, फसलों का सही दाम न मिलने जैसी समस्याएं बताई थीं। इसके साथ ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को सराहा था। भाजपा को वोट देने की बात कही थी। तमाम तरह की समस्याओं के बाद भी भाजपा को वोट देने के प्रति ललक देखते ही बनती थी। वहां लोगों ने बिजली, पानी, सड़क, सिंचाई, हैंडपम्प के स्थान पर जम्मू एवं कश्मीर से धारा 370 हटाने की सराहना की थी। यह अपने आप में बड़ा बदलाव है।
हां, 370 पर समर्थन मिला इगलास चुनाव प्रभारी, उत्तर प्रदेश भाजपा के उपाध्यक्ष और आगरा से विधायक पुरुषोत्तम खंडेलवाल का कहना है कि अलीगढ़ की जनता ने धारा 370 हटाने के समर्थन में मतदान किया है। हमने चुनाव प्रचार के दौरान इसी मुद्दे पर समर्थन मांगा था। उन्होंने यह भी कहा कि इगलास शहीदों और सैनिकों की भूमि है। पूर्व सैनिकों ने खुलकर भाजपा का समर्थन किया। उन्होंने यह भी कहा कि पार्टी को सभी वर्गों का वोट मिला है। इसके लिए इगलास की जनता को धन्यवाद है।
कम मतदान और बहिष्कार का लाभ भी भाजपा को इगलास में 39.06 फीसदी मतदान हुआ था। इसे भाजपा के लिए खतरे की घंटी माना जा रहा था। बसपा समर्थक उत्साहित थे कि भाजपा का वोटर घर से नहीं निकला है, इसलिए जीत उनकी होगी। चुनाव परिणाम आने के बाद निष्कर्ष यह निकला कि भाजपा का कट्टर वोटर घर से निकला। चुनाव बहिष्कार का भी कोई असर नहीं हुआ।
इगलास विधानसभा चुनाव के पिछले नतीजेविधानसभा चुनाव 2017 उम्मीदवार पार्टी नतीजे वोट प्रतिशत राजवीर दिलेर भाजपा जीते 1,28,000 55.06 राजेन्द्र कुमार बसपा द्वितीय 53200 22.88 सुलेखा सिंह रालोद तृतीय 28141 12.01
गुरु बिंदर सिंह कांग्रेस चतुर्थ 20934 09.00 विधानसभा चुनाव 2012 उम्मीदवार पार्टी नतीजे वोट प्रतिशत त्रिलोकीराम दिवाकर रालोद जीते 66146 34.70 राजेन्द्र कुमार बसपा द्वितीय 57953 30.40 कन्हैया लाल सपा तृतीय 33416 17.53
रामसखी भाजपा चतुर्थ 19793 10.38 विधानसभा चुनाव 2007 उम्मीदवार पार्टी नतीजे वोट प्रतिशत विमलेश सिंह रालोद जीती 53522 40.97 मुकुल उपाध्याय बसपा द्वितीय 46822 35.84 राकेश चौधरी कांग्रेस तृतीय 21274 16.29
दिलीप सिंह सपा चतुर्थ 2967 02.27 विधानसभा चुनाव 2002 उम्मीदवार पार्टी नतीजे वोट प्रतिशत विजेन्द्र सिंह कांग्रेस जीते 49639 38.05 नरेन्द्र कुमार दीक्षित बसपा द्वितीय 39730 30.45 मलखान सिंह भाजपा तृतीय 37324 28.61
संजय सिंह सपा चतुर्थ 922 00.71 कुल मतदान, 39.06 फीसद महिला मतदान, 35.67 पुरुष मतदान, 41.87 कुल मतदाता, 374733 कुल पड़े वोट, 146354 कुल पुरुष मतदाता, 201373 कुल पड़े वोट, 84317
कुल महिला मतदाता, 173350 कुल पड़े वोट, 61836 कुल अन्य मतदाता, 10 कुल पड़े वोट, 01 इगलास से अब तक के विधायक 1951-शिवदान सिंह कांग्रेस जीते, राजा बहादुर किशोरी रमण सिंह निर्देल हारे 1957-राजा बहादुर किशोरी रमण सिंह निर्दल जीते, लीडर लक्ष्मी सिंह निर्दल हारे 1959-लीडर लक्ष्मी सिंह निर्दल जीते, शिवदान सिंह कांग्रेस हारे
(उपचुनावः पिटीशन में राजा रमण सिंह को हटाने के बाद) 1962-शिवदान सिंह निर्दल जीते, सोरनलाल शर्मा जनघंस हारे 1967-मोहनलाल गौतम कांग्रेस जीते, शिवदान सिंह निर्दल हारे 1969-गायत्री देवी बीकेडी जीते, मोहनलाल गौतम कांग्रेस हारे -1974-राजेंद्र सिंह बीकेडी जीते, शंभू सिंह सीपीआई हारे 1977-राजेंद्र सिंह जनता पार्टी जीते, मुख्तयार सिंह कांग्रेस हारे 1980-राजेंद्र सिंह जनता पार्टी जीते, उषा रानी कांग्रेस आई हारीं 1985-राजेंद्र सिंह लोकदल जीते, उदयवीर सिंह कांग्रेस हारे 1989-विजेंद्र सिंह कांग्रेस जीते, राजेंद्र सिंह जनता दल हारे 1991-ज्ञानवती सिंह जनता दल जीते, विक्रम सिंह हिंडौल भाजपा हारे 1993-विजेंद्र सिंह कांग्रेस जीते, विक्रम सिंह हिंडौल भाजपा हारे 1996-मलखान सिंह भाजपा जीते, विजेंद्र सिंह कांग्रेस हारे 2002-विजेंद्र सिंह कांग्रेस जीते, नरेंद्र कुमार दीक्षित बसपा हारे
2004-मुकुल उपाध्याय बसपा जीते, मलखान सिंह रालोद हारे (उपचुनावःविजेंद्र सिंह के सांसद बनने के बाद) 2007-विमलेश सिंह रालोद जीते, मुकुल उपाध्याय बसपा हारे 2012-त्रिलोकीराम रालोद जीते, राजेंद्र सिंह बसपा हारे 2017-राजवीर दिलेर भाजपा जीते, राजेंद्र कुमार बसपा हारे
2019 उपचुनाव राजकुमार सहयोगी भाजपा जीते, अभय कुमार बसपा हारे