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अब ताजमहल का दीदार करने के लिए जरूरी होगा ये काम, बदल रहे नियम फर्जी ट्रस्ट बनाकर प्रशासन को गुमराह किया जा रहा बता दें कि नीलकंठ महादेव मंदिर की भूमि को अपना बताने वाले दलित समाज के सैकड़ों लोगों ने भाजपा सरकार के खिलाफ विरोध मार्च निकालना। इस दौरान उनके हाथों में पोस्टर लेकर मुस्लिम धर्म अपनाने की सरकार को चेतावनी दी गई है। मामले को तनावपूर्ण देखते हुए कई थानों की पुलिस मौके पर तैनात किया गया है। विरोध मार्च निकाल रहे दलित समाज के स्थानीय निवासी ललित कुमार का कहना है कि नीलकंठ महादेव मंदिर के बाहर स्थित भूमि जाटव समाज की है और इसके आसपास जाटव समाज की आबादी है। पिछले 100 सालों से यहां दलित समुदाय के लोग रहते आ रहे हैं लेकिन कुछ भू-माफियाओं ने फर्जी ट्रस्ट बनाकर प्रशासन को गुमराह किया है और मंदिर की जमीन पर जबरन कब्जा कर निर्माण कार्य करा रहे हैं।
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आगरा में खनन माफिया के खिलाफ बड़ी कार्रवाई, 53 गाड़ियां सीज दस्तावेजों का अवलोकन करने की रखी बात उसने बताया कि बाउंड्री वाल का कोई विरोध नहीं है लेकिन जो करीब में मकान बने हैं, वहां पर तोड़फोड़ किया जा रहा है। जब हमारी शासन प्रशासन नहीं सुनेगा और हिंदूवादी संगठन भी हमारी नहीं सुनेंगे। ऐसे में हमारे पास कोई चारा नहीं है। ललित ने कहा कि हमारी सुनवाई अगर नहीं होती है तो हम सामूहिक तौर पर धर्म परिवर्तन करेंगे। चाहे इस्लाम धर्म अपनाना पड़े या ईसाई धर्म। उसने बताया कि मंदिर पर 12 फीट की बाउंड्री लगाई जा रही है जो गलत है। जिला प्रशासन से हमारी मांग है कि दोनों पक्षों को बुलाकर बारीकी से दस्तावेजों का अवलोकन कर फैसला लें। जिला प्रशासन ने भू-माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई नहीं की तो दलित समुदाय के लोग आने वाले समय में धर्म परिवर्तन को विवश होंगे।