जानिए क्या है मामला उत्तर प्रदेश के जनपद अलीगढ़ में योगी सरकार 2.0 में बुलडोजर जहां अपना जमकर कहर ढा रहा है। प्रशासन के अधिकारी शासन के आदेश के बाद अवैध अतिक्रमण को लेकर बुलडोजर को साथ लेकर ध्वस्त कराने के लिए पूरी तरह से नतमस्तक हैं। इसी कड़ी में कोतवाली खेर इलाके के गांव फतेहपुर के माजरा राजपुर ग्राम में माननीय उच्च न्यायालय के स्थगन आदेश के बाद भी कब्रिस्तान की भूमि मुस्लिम समुदाय के लोगों को दफनाने के चलते मुस्लिम समुदाय और हिंदू समुदाय के दोनों पक्ष देखते ही देखते आमने-सामने आ गए। गांव के अंदर दोनों पक्षों के बीच बढ़ रहे इस विवाद के दौरान भारी तादाद में दोनों पक्षों के लोगों का जमावड़ा घटनास्थल पर लग गया।
पारदर्शिता के साथ होगी जांच सूचना कोतवाली खेर पुलिस दी गई। जिसपर कोतवाली खेर प्रभारी प्रदीप कुमार पुलिस जीप समेत भारी पुलिस फोर्स घटनास्थल पर पहुंच गया। मौके पर पहुंची पुलिस ने कब्रिस्तान की भूमि को लेकर आपस में विवाद कर रहे दोनों पक्षों के लोगों को समझा-बुझाकर मामले को शांत किया। वही मौके पर मौजूद थाना प्रभारी के द्वारा दोनों ही पक्षों के लोगों से शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील भी की गई। एसडीएम खैर कुंवर बहादुर सिंह का कहना है कि मौके पर राजेश विभाग की टीम को भेजकर भूमि का चिन्हित करते हुए मामले की जांच पड़ताल कराई जा रही है। दोनों ही पक्षों के साथ अन्याय नहीं किया जाएगा। राजस्व विभाग की टीम के द्वारा पारदर्शिता के साथ जांच की जाएगी।
मुस्लिम समुदाय पर कोर्ट की अवेहलना का आरोप गौरतलब है कि अलीगढ़ की तहसील खैर क्षेत्र के गांव फतेहपुर के माजरा राजपुर में सरकारी अभिलेखों में दर्ज गाटा संख्या 1954 रकबा 0.230 हेक्टेयर जमीन गांव की ही महिला फूलवती व उक्त भूमि 0.058 रकबा अभिलेखों में ऊसर भूमि में दर्ज है। मुस्लिम समुदाय के लोगों का कहना है कि इस ग्राम समाज की वर्षों पुरानी सरकारी भूमि पर उनके कब्रिस्तान चले आ रहे हैं। जबकि हिंदू समुदाय के पक्ष के लोगों का कहना है कि हाईकोर्ट के स्थगन आदेश के बावजूद में मुस्लिम पक्ष के लोगों द्वारा हाईकोर्ट के आदेश की अवहेलना करते हुए मुस्लिम समुदाय के लोगों को दफनाया जा रहा है।