भारत के पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने कहा कि सर सैयद अहमद खान एक महान विचारक एवं आधुनिक विज्ञान शिक्षा के प्रचारक थे।
मुखर्जी ने कहा कि सर सैयद ने विद्यालयों की स्थापना तथा पत्रिकाओं द्वारा पश्चिमी शिक्षा के महत्वपूर्ण तत्वों को वैज्ञानिक शिक्षा के सन्दर्भ में बढ़ावा देने के लिये प्रयत्न किया तथा शिक्षा के विकास को अपना मिशन बनाया।
मुखर्जी को परम्परागत तरीके से राइडिंग क्लब के घुड़सवारी द्वारा शाही बग्गी में बिठाकर समारोह स्थल ऐथलेटिक मैदान ले जाया गया।
सर सैयद के मजार पर कुलपति प्रो. तारिक मंसूर ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनकी कब्र पर फूलों की चादर चढ़ाई।
प्रो. मंसूर ने कहा कि यह अमुवि के लिये हर्ष का विषय है कि मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने हाल ही में अमुवि को 90 करोड़ की सहायता राशि स्वीकार की है, जिससे विभिन्न क्षेत्रों में विकास परियोजनाऐं आसानी से पूरी की जा सकेंगी।
इसके अतिरिक्त द्विशतीय समारोह के अन्तर्गत राष्ट्रीय स्तर के लेख प्रतियोगिता के विजयी प्रतिभागियों को स्मृति चिन्ह, प्रशस्ति पत्र तथा नकद पुरस्कारों से सम्मानित किया गया।