ये है मामला
गांव नगला हिमाचल निवासी रनवीर सिंह पुत्र मलखान सिंह की छह संतानों में सबसे बड़ी बेटी सीमा की शादी चार साल पहले थाना दादों के गांव नगरिया जाहर निवासी विजेंद्र सिंह के पुत्र रवि के साथ हुई थी। रनवीर सिंह के मुताबिक शादी में ससुरालीजनों को यथासंभव दहेज दिया गया। लेकिन कुछ समय बाद ससुराल पक्ष के लोग सीमा से एक लाख रुपये, एक भैंस, सोने की अंगूठी व जंजीर की मांग करने लगे। इसके लिए आए दिन उसे प्रताड़ित किया जाता था। परेशान होकर डेढ़ माह पहले वो अपने पति के मायके आकर रहने लगी।
गांव नगला हिमाचल निवासी रनवीर सिंह पुत्र मलखान सिंह की छह संतानों में सबसे बड़ी बेटी सीमा की शादी चार साल पहले थाना दादों के गांव नगरिया जाहर निवासी विजेंद्र सिंह के पुत्र रवि के साथ हुई थी। रनवीर सिंह के मुताबिक शादी में ससुरालीजनों को यथासंभव दहेज दिया गया। लेकिन कुछ समय बाद ससुराल पक्ष के लोग सीमा से एक लाख रुपये, एक भैंस, सोने की अंगूठी व जंजीर की मांग करने लगे। इसके लिए आए दिन उसे प्रताड़ित किया जाता था। परेशान होकर डेढ़ माह पहले वो अपने पति के मायके आकर रहने लगी।
रवि ने एक माह पूर्व नगला हिमाचल से करीब डेढ़ किलो मीटर दूर गांव नौगवां में डॉक्टरी की दुकान खोल ली। हालांकि उसके पास डॉक्टरी की कोई डिग्री नहीं है। मंगलवार रात अचानक उसके बर्ताव में बदलाव आ गया। वो अपने विजेंद्र सिंह व बड़े भाई सतीश को लेकर ससुराल पहुंचा। सीमा की तबियत खराब थी। तीनों सीमा के कमरे में जाकर बातचीत करने लगे। कुछ देर बाद पति रवि ने इलाज का बहाने बेहोशी का इंजेक्शन लगा दिया। इसके बाद पेट्रोल डाल कर उसे जिंदा आग के हवाले कर दिया। घर में मौजूद सीमा के भाई व बहन के शोर मचाने पर ग्रामीण इकट्ठे हो गए। इस दौरान तीनों भागने लगे तो ग्रामीणों ने सीमा के ससुर को पकड़ लिया और पुलिस के हवाले कर दिया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने सीमा को मेडिकल कॉलेज पहुंचाया, जहां उसकी मौत हो गई।