दरअसल, कोतवाली बन्नादेवी क्षेत्र के बरौला जाफराबाद निवासी माया देवी ने आरोप लगाया है कि उसने अपनी बेटी रजनी की शादी 6 साल पहले बुलंदशहर के थाना अहमदगढ़ क्षेत्र निवासी रवि के साथ की थी। शादी के तीन साल तक तो उसके पति और ससुरालियों ने उसकी बेटी को ठीक-ठाक रखा। इस दौरान उसकी बेटी ने एक पुत्र को जन्म दिया। उसके 1 साल बाद उसका बेटा बीमार हुआ तो उसके पति और ससुरालियों ने बेटी से दहेज के रूप में रुपयों की मांग करनी शुरू कर दी। बेटी ने मायके से रुपए लेने से इंकार किया तो उन्होंने बच्चे की बीमारी का इलाज नहीं कराया और बिना उपचार के मौत हो गई। इसके बाद बेटी के साथ मारपीट की जाने लगी। कुछ महीने बाद फिर उसकी बेटी को बेटे के रूप में दूसरी संतान हुई। लेकिन, खानपान के अभाव में बच्चा बीमार हो गया और उसकी भी बिना इलाज के कारण मौत हो गई। दोनों बेटों की मौत के बाद रवि और परिजनों ने बेटी को मारपीट कर घर से धक्के देकर निकाल दिया और कहा कि जब तक मायके से एक लाख रुपया नहीं लाएगी, तब तक घर में कदम नहीं रखने देंगे।
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अयोध्या में हिंदू परिवार को पलायन की धमकी : 5 लोगो के खिलाफ मुकदमा दर्ज कोर्ट में मामला पहुंचते ही गिड़गिड़ाने लगा पति पीड़िता रजनी ने इसके बाद पति और ससुरालियों के खिलाफ न्यायालय में शरण ली। मामला कोर्ट में पहुंचते ही पति रजनी के सामने गिड़गिड़ाने लगा और परिवार समझौता केंद्र में दोनों के बीच समझौता हो गया। आरोप है कि इस दौरान 2 महीने तक रजनी को ठीक-ठाक रखा गया, लेकिन फिर उसके साथ मारपीट की जाने लगी। उसको कई-कई दिन तक खाना देना भी बंद कर दिया गया। पीड़िता की मां ने बताया कि पति रवि और उसकी सास ने दो अन्य लोगों के साथ चलती कार में बेटी से मारपीट करते हुए हाइवे किनारे फेंक दिया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गई।
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सुपरटेक को दिवालिया घोषित होने से लगा बड़ा झटका, फैसले के खिलाफ अपील की तैयारी पति और सास समेत चार के खिलाफ केस दर्ज कोतवाली बन्नादेवी इंस्पेक्टर सुभाष सिंह कठेरिया का कहना है कि पीड़ित महिला की तहरीर पर उसकी बेटी के आरोपी पति रवि और उसकी सास व दो अज्ञात लोगों के खिलाफ मारपीट और दहेज अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। मामले की जांच की जा रही है। आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए गिरफ्तार किया जाएगा।