दो मई से चल रहा था धरना
दरअसल एएमयू में पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना की तस्वीर से शुरू हुआ विवाद बवाल में और फिर धरना-भूख हड़ताल में तब्दील हो गया था। एएमयू के गेट पर आकर हिन्दूवादी छात्र नेताओं द्वारा हंगामा मारपीट की गई थी। इसके बाद पुलिस ने एएमयू छात्रों को थाना पुलिस लाइन जाने से रोका। उनके साथ बर्बरता की थी। इनके खिलाफ कार्रवाई और न्यायिक जांच की मांग को लेकर धरना चल रहा था। यह धरना 12 मई को भूख हड़ताल में तब्दील कर दिया गया था।
दरअसल एएमयू में पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना की तस्वीर से शुरू हुआ विवाद बवाल में और फिर धरना-भूख हड़ताल में तब्दील हो गया था। एएमयू के गेट पर आकर हिन्दूवादी छात्र नेताओं द्वारा हंगामा मारपीट की गई थी। इसके बाद पुलिस ने एएमयू छात्रों को थाना पुलिस लाइन जाने से रोका। उनके साथ बर्बरता की थी। इनके खिलाफ कार्रवाई और न्यायिक जांच की मांग को लेकर धरना चल रहा था। यह धरना 12 मई को भूख हड़ताल में तब्दील कर दिया गया था।
कुलपति ने पिलाया जूस
भूख हड़ताल में छात्रसंघ के साथ अब्दुल्लाह गल्र्स कॉलेज की छात्राएं भी शामिल थीं। भूख हड़ताल पर छात्र-छात्राओं की तबियत भी बिगड़ने लगी थी। भूख हड़ताल में शामिल छात्र-छात्राओं का कहना है कि जिला प्रशासन से उनकी बात हुई है। भरोसा दिलाया है कि उनके साथ इंसाफ होगा। अब रोजे शुरू होने वाले हैं। हमें गाँधीवादी लड़ाई लड़नी है। एएमयू वीसी और नजीब की माँ के कहने पर यह भूख हड़ताल और धरना ख़त्म किया है। वीसी तारिक मंसूर ने अपने हाथों से छात्र-छात्राओं को जूस पिलाकर धरना और भूख हड़ताल ख़त्म कराया है, लेकिन सरकार के खिलाफ यह लड़ाई आगे तक जारी रहेगी, हम अपने मूवमेंट को लेकर हिन्दुस्तान के कोने-कोने में जाएंगे।
भूख हड़ताल में छात्रसंघ के साथ अब्दुल्लाह गल्र्स कॉलेज की छात्राएं भी शामिल थीं। भूख हड़ताल पर छात्र-छात्राओं की तबियत भी बिगड़ने लगी थी। भूख हड़ताल में शामिल छात्र-छात्राओं का कहना है कि जिला प्रशासन से उनकी बात हुई है। भरोसा दिलाया है कि उनके साथ इंसाफ होगा। अब रोजे शुरू होने वाले हैं। हमें गाँधीवादी लड़ाई लड़नी है। एएमयू वीसी और नजीब की माँ के कहने पर यह भूख हड़ताल और धरना ख़त्म किया है। वीसी तारिक मंसूर ने अपने हाथों से छात्र-छात्राओं को जूस पिलाकर धरना और भूख हड़ताल ख़त्म कराया है, लेकिन सरकार के खिलाफ यह लड़ाई आगे तक जारी रहेगी, हम अपने मूवमेंट को लेकर हिन्दुस्तान के कोने-कोने में जाएंगे।
रमजान के कारण हड़ताल वापस
एएमयू छात्रसंघ अध्यक्ष मशकूर अहमद उस्मानी ने बताया कि रमजान का महीना शुरू होने वाला है। इसलिए इस स्ट्राइक को खत्म कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस लड़ाई को बाब-ए- सैयद गेट के अंदर रह कर नहीं लड़ा जा सकता। इस लड़ाई को बाहर ले जाएंगे, देशभर में इस आंदोलन को चलाएंगे। सरकार को एक्सपोज़ करेंगे। छात्रसंघ अध्यक्ष ने कहा कि सरकार छात्रों के विरोध में काम कर रही है। जहां भी छात्र अपनी आवाज उठाते हैं वहां छात्रों की आवाज दबा दी जाती है। कहीं भी रोजगार की बात नहीं होती है, बेरोजगारी बढ़ रही है, इस बात को युवाओं को बताएंगे। मशकूर उस्मानी ने कहा नजीब की मां पिछले दो सालों से सरकार के खिलाफ लड़ रही है और आज नजीब की मां के कहने पर भूख हड़ताल को खत्म किया है ।
एएमयू छात्रसंघ अध्यक्ष मशकूर अहमद उस्मानी ने बताया कि रमजान का महीना शुरू होने वाला है। इसलिए इस स्ट्राइक को खत्म कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस लड़ाई को बाब-ए- सैयद गेट के अंदर रह कर नहीं लड़ा जा सकता। इस लड़ाई को बाहर ले जाएंगे, देशभर में इस आंदोलन को चलाएंगे। सरकार को एक्सपोज़ करेंगे। छात्रसंघ अध्यक्ष ने कहा कि सरकार छात्रों के विरोध में काम कर रही है। जहां भी छात्र अपनी आवाज उठाते हैं वहां छात्रों की आवाज दबा दी जाती है। कहीं भी रोजगार की बात नहीं होती है, बेरोजगारी बढ़ रही है, इस बात को युवाओं को बताएंगे। मशकूर उस्मानी ने कहा नजीब की मां पिछले दो सालों से सरकार के खिलाफ लड़ रही है और आज नजीब की मां के कहने पर भूख हड़ताल को खत्म किया है ।
एएमयू से बाहर आंदोलन चलाएंगे
छात्रसंघ सचिव मोहम्मद फहद ने कहा की नजीब की मां के कहने पर धरने को खत्म किया गया है, आंदोलन है वह जारी रहेगा। जिला प्रशासन से इस मुद्दे पर बात हुई है कि जो हमारी मांगे हैं उसको पूरा करें, नहीं तो हम एएमयू से बाहर आंदोलन को चलाएंगे।
छात्रसंघ सचिव मोहम्मद फहद ने कहा की नजीब की मां के कहने पर धरने को खत्म किया गया है, आंदोलन है वह जारी रहेगा। जिला प्रशासन से इस मुद्दे पर बात हुई है कि जो हमारी मांगे हैं उसको पूरा करें, नहीं तो हम एएमयू से बाहर आंदोलन को चलाएंगे।
नजीब की मां ने कहा- मेरा पूरा साथ
नजीब की मां ने बताया कि रमजान का महीना आ रहा है, इसलिए हड़ताल को खत्म कराया है। उन्होंने कहा कि छात्रों ने मेरी बात को माना है, लेकिन यह लड़ाई खत्म नहीं है। सिर्फ भूख हड़ताल से उठे हैं। उन्होंने कहा कि अब लड़ाई शुरू हुई है और इस लड़ाई में मेरा पूरा साथ रहेगा। भूख हड़ताल के चलते करीब आधा दर्जन छात्रों की तबीयत खराब हो गई थी, जिन्हें मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया।
नजीब की मां ने बताया कि रमजान का महीना आ रहा है, इसलिए हड़ताल को खत्म कराया है। उन्होंने कहा कि छात्रों ने मेरी बात को माना है, लेकिन यह लड़ाई खत्म नहीं है। सिर्फ भूख हड़ताल से उठे हैं। उन्होंने कहा कि अब लड़ाई शुरू हुई है और इस लड़ाई में मेरा पूरा साथ रहेगा। भूख हड़ताल के चलते करीब आधा दर्जन छात्रों की तबीयत खराब हो गई थी, जिन्हें मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया।