जानकारी के अनुसार, अलीगढ़ जिले में आदमखोर बंदर लोगों के लिए आतंक का पर्याय बन चुके हैं। ताजा घटना जिले के गांव कोछोंड़ महुआ की है। पीड़िता डॉली पत्नी राजकुमार ने बताया कि वह घर के अंदर अपनी मासूम बेटी प्रिया को कमरे में खेलता हुआ छोड़कर किचन में काम करने के लिए चली गई थी। उसी दौरान बंदरों का एक झुंड छत पर आ गया। खिड़की खुली होने के चलते एक बंदर प्रिया के कमरे के अंदर घुस गया और मासूम को उठाकर अपने साथ ले जाने लगा। इसी बीच उसकी नजर बेटी को ले जाते बंदर पर पड़ गई। यह देख उसके पैरों तले जैसे जमीन ही न रही।
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लखनऊ की पहली टेस्ट ट्यूब बेबी बनी मां दिया एक बेटी को जन्म इस तरह बेटी को छोड़ भाग खड़ा हुआ बंदर पीड़िता ने बताया कि वह तुरंत भागकर बंदर के पास पहुंची और काफी देर तक बेटी को छुड़ाने का प्रयास किया, लेकिन बंदर उसकी बेटी को छोड़ने को तैयार नहीं था। इसके बाद उसने डंडे से बंदर के ऊपर हमला किया तो बंदर बच्ची को छोड़कर भाग खड़ा हुआ।
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गाजियाबाद के बाद नोएडा के स्कूल में भी कई छात्र कोरोना संक्रमित मिलने से मचा हड़कंप शरीर पर जगह-जगह काटने और नाखून मारने के निशान पंडित दीनदयाल संयुक्त चिकित्सालय में बेटी का इलाज कराने पहुंची डॉली ने बताया कि बंदर के हमले में बेटी बुरी तरह घायल हो गई है। बेटी के शरीर पर जगह-जगह बंदर के काटने और नाखून मारने के निशान हैं। डॉली का कहना है कि अगर उसने एक मिनट की भी देर की होती तो कुछ भी अनहोनी हो सकती थी।