कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुई। विवि के प्रवेश प्रकोष्ठ के निदेशक डॉ. राहुल गोयल ने उपस्थित सभी लोगों का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि वक्त के साथ-साथ शिक्षा के तरीके और विद्यार्थियों की जरूरतें भी बदल रही हैं। इसलिए हमें उनका व देश के भविष्य को देखते हुए विद्यार्थियों को सही रास्ता दिखाना चाहिए। उन्हें उनकी रुचि के हिसाब से पाठ्यक्रम में दाखिला दिलाना चाहिए, जिससे वह अपना भविष्य बेहतर बना सके। इस अवसर पर विवि के कुलपति प्रो. केवीएसएम कृष्णा ने कहा कि मंविवि का शुरुआत से ही आसपास के क्षेत्र के बच्चों के शैक्षिक उत्थान में महत्वपूर्ण सहयोग कर रहा है। उन्होंने उपस्थित सभी विद्यार्थियों को बधाई दी व उनके उज्जवल भविष्य के लिए कामना की।
मंगलायतन विश्वविद्यालय में मानविकी संकाय के डीन प्रो. जयंतीलाल जैन ने कहा कि ज्ञान के बिना इंसान अधूरा है। उन्होंने उपस्थित विद्यार्थियों से बताया कि यही वह समय है, जो आपका भविष्य तय करेगा अगर आप मेहनत से शिक्षा ग्रहण करेंगे तो आपका आगे का जीवन निश्चित तौर पर अच्छा व्यतीत होगा। डीन एकेडेमिक्स प्रो. विकास कौशिक ने कहा कि ज्ञान के बिना जीवन व्यतीत नहीं हो सकता। ज्ञान जीवन व्यतीत करने के लिए आवश्यक है, उन्होंने कहा कि किताबी ज्ञान के आलावा हमारा सामान्य ज्ञान भी मजबूत होने बेहद जरूरी है।
कार्यक्रम के समापन में मैनेजर- मार्केटिंग राजवीर सिंह ने उपस्थित सभी लोगों को धन्यवाद दिया। कार्यक्रम संचालन सुकन्या रघुवंशी व ऋषभ ने किया। कार्यक्रम में अलीशा चौधरी, अजय, पुष्पेंद्र, विष्णु, योगेश, मुनेंद्र, अम्बिका, लता, बबली, अक्षत, शुभांकर रे, विकास वर्मा, तरुण शर्मा, मार्केटिंग टीम आदि मौजूद थे।