बता दें कि शहर में घनी आबादी के बीच बने UP roadways bus station को शहर में लगने वाले जाम के प्रमुख कारणों में से एक माना जाता था। रोडवेज बस चालक मनमाने ढंग से सड़कों पर खड़े होकर सवारी भरने के लिए बस रोक लेते थे, जिसके कारण जाम की समस्या विकराल हो जाती थी। इससे निपटने के लिए हाल ही में सूत मिल बरौला बाईपास पर पड़ी रोडवेज की खाली जगह पर जिले के पहले सेटेलाइट बस अड्डे का निर्माण कराया गया है। इस बस अड्डे से बसों का संचालन शुक्रवार से आरंभ हो गया।
20 साल पहले बना था मसूदाबाद बस अड्डा
मसूदाबाद बस अड्डा वर्ष 1998 में बना था। पहले इस बस अड्डे का इस्तेमाल रोडवेज वर्कशाप के रूप में होता था। लेकिन उस समय शहर के एकमात्र बस अड्डे गांधी पार्क पर अत्यधिक लोड होने के कारण मसूदाबाद वर्कशाप को बस अड्डे में तब्दील कर दिया गया था।
मसूदाबाद बस अड्डा वर्ष 1998 में बना था। पहले इस बस अड्डे का इस्तेमाल रोडवेज वर्कशाप के रूप में होता था। लेकिन उस समय शहर के एकमात्र बस अड्डे गांधी पार्क पर अत्यधिक लोड होने के कारण मसूदाबाद वर्कशाप को बस अड्डे में तब्दील कर दिया गया था।