वर्षों से विकास के लिए तरस रहा ये गांव, नहीं मिला सरकारी योजनाओं का लाभ
पढ़ना है तो धर्म परिवर्तन करोपीड़ित छात्राएं सोमवार को एसएसपी कार्यालय पहुंचीं और कार्रवाई की मांग की। छात्राएं यहां पर एडमिशन के लिए आई थी और यहां 15 से 20 दिन तक रखा गया। इंस्टीट्यूट के लोगों ने कहा कि आप ईसाई बन जाइए, लेकिन छात्राओं ने विरोध किया तो दाखिला नहीं दिया गया। बताया जा रहा है कि इंस्टीट्यूट में ईसाई इसलिए बनाया जा रहा है कि यहां ओबीसी और जनरल की सीट नहीं है। यहां एससी की सीटें खाली है, इंस्टीट्यूट के लोग चाहते हैं कि यहां ट्रेनिंग करने वाले धर्म बदल कर पढ़ाई करें।
कॉलेज की टॉयलेट में लगवाए CCTV कैमरे, प्रोक्टर बोलीं- ऐसी जगह नकल छिपा कर लाते हैं छात्र…
अभद्रता का भी आरोपअतरौली के गोधा रोड स्थित इस इंस्टीट्यूट में होटल मैनेजमेंट, बिजनेस बैंकिंग सहित कई कोर्सेज का प्रशिक्षण कराया जाता है। छात्रा तिलक राजपूत और कंचन वर्मा का कहना है कि ट्रेनिंग सेंटर के मैनेजर उनसे अभद्रता भी करते हैं। जिसके चलते कई छात्राओं ने प्रशिक्षण छोड़ दिया है। धर्म और जाति के नाम पर यहां बरगलाया जाता है। छात्राओं ने एक लिखित तहरीर एसपी ग्रामीण डॉ. यशवीर सिंह को दी है। एसपी ग्रामीण ने पूरे मामले की जांच पुलिस क्षेत्राधिकारी अतरौली को दी है।