इन डॉक्टर्स ने व्यक्त किए विचार
दो दिवसीय कार्यक्रम में देश की विभिन्न नामचीन संस्थाओं के सर्जरी, सर्जिकल गेस्ट्रो इंट्रोलॉजी तथा सर्जिकल ओंकोलॉजी विभाग के विशेषज्ञों ने अलग-अलग विषयों पर विचार व्यक्त किए। आमंत्रित फैकल्टी सदस्यों में प्रख्यात सर्जन तथा लीवर ट्रांसप्लांट के प्रोफेसर ऐमेरेटस पद्मश्री प्रोफेसर सुमिरन नंदी, पीजीआई लखनऊ के सर्जिकल गेस्ट्रो इंट्रोलॉजी एवं लीवर ट्रांस प्लांट विभाग के अध्यक्ष प्रोफेसर राजन सक्सेना, एमएलबी मेडिकल झांसी के शल्य चिकित्सा विभाग के अध्यक्ष प्रोफेसर राजीव सिंहा, केजीएमयू लखनऊ के सर्जिकल आंकोलॉजी विभाग के अध्यक्ष प्रोफेसर अरूण चतुर्वेदी, एम्स नई दिल्ली के प्रोफेसर अनुराग श्रीवास्तव, पीजीआईएमईआर चंडीगढ़ के सर्जिकल गेस्ट्रो इंट्रोलॉजी डिवीजन के अध्यक्ष प्रोफेसर जीआर वर्मा, एम्स भोपाल के पूर्व निदेशक प्रोफेसर संदीप कुमार, केजीएमयू लखनऊ के शल्य चिकित्सा विभाग के अध्यक्ष प्रोफेसर अभिनव अरुण सोनकर, वीएमएमसी एवं सफदरजंग अस्पताल नई दिल्ली के प्रोफेसर ऑफ सर्जरी तथा इंडियन जर्नल ऑफ सर्जरी के मुख्य संपादक प्रोफेसर चिंता मनी सहित अन्य नामचीन विशेषज्ञ शामिल थे। कार्यक्रम में जेएन मेडिकल कॉलेज के सभी स्टूडेंट्स मौजूद रहे।
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मुख्य अतिथि को किया सम्मानित
एएमयू कुलपति प्रोफेसर तारिक मंसूर ने अपने संबोधन में समर स्कूलों के आयोजन तथा मेडिकल साइंस में होने वाली आधुनिक खोजों एवं शोध कार्यों से परिचति होने पर बल दिया। इस अवसर पर कुलपति ने कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रोफेसर सुमरन नंदी की चिकित्सा विज्ञान के क्षेत्र में उनकी सेवाओं के लिए सम्मानित किया।
मुख्य अतिथि को किया सम्मानित
एएमयू कुलपति प्रोफेसर तारिक मंसूर ने अपने संबोधन में समर स्कूलों के आयोजन तथा मेडिकल साइंस में होने वाली आधुनिक खोजों एवं शोध कार्यों से परिचति होने पर बल दिया। इस अवसर पर कुलपति ने कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रोफेसर सुमरन नंदी की चिकित्सा विज्ञान के क्षेत्र में उनकी सेवाओं के लिए सम्मानित किया।