कमरा नंबर 237 की तलाशी
एसएसपी अलीगढ़ राजेश पांडे के नेतृत्व में अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के ब्वॉय़ज हॉस्टल मोहम्मद हबीब हॉल में छापा मारा गया। इस दौरान कमरा नंबर 237 जिसमें मुनान बशीर वानी रहता था उसकी तलाशी ली गई। एसएसपी अलीगढ़ राजेश पांडे ने बताया कि तलाशी के दौरान कुछ डायरी और कागजात जब्त किए गए हैं, जनके आधार पर जांच की जाएगी। उधर हिजबुल मुजाहिदीन में शामिल होने की खबर के बाद संदेह के आधार पर मुनान बशीर वानी को अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी से तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।
एसएसपी अलीगढ़ राजेश पांडे के नेतृत्व में अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के ब्वॉय़ज हॉस्टल मोहम्मद हबीब हॉल में छापा मारा गया। इस दौरान कमरा नंबर 237 जिसमें मुनान बशीर वानी रहता था उसकी तलाशी ली गई। एसएसपी अलीगढ़ राजेश पांडे ने बताया कि तलाशी के दौरान कुछ डायरी और कागजात जब्त किए गए हैं, जनके आधार पर जांच की जाएगी। उधर हिजबुल मुजाहिदीन में शामिल होने की खबर के बाद संदेह के आधार पर मुनान बशीर वानी को अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी से तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।
क्या है मामला दरअसल एएमयू के छात्र मुनान बशीर वानी की एके 47 राइफल के साथ तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं। वानी अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में एप्लाइड जियोलॉजी (Applied Geology) में पीएचडी कर रहा था। शोधछात्र मुनान बशीर वानी ने अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में पीएचडी में दाखिला लिया था। पिछले साल गृह नगर उत्तर कश्मीर में आई बाढ़ के बाद जीआईएस तकनीक और रिमोट सेंसिंग को लेकर अपनी रिपोर्ट समिट की थी, जिसके लिए उसे पुरस्कृत भी किया गया था। मुनान बशीर वानी जम्मू एंड कश्मीर का रहने वाला है। वह दक्षिण कश्मीर के कुपवाड़ा जिले के लोलाब गांव का निवासी है। यह घटना उस वक्त हुई है, जब केन्द्र सरकार कश्मीरी युवाओं को मुख्य धारा में वापस लाने का भरपूर प्रयास कर रही है।
विश्वास नहीं हो रहा
बड़ी बात यह है कि अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय का कोई भी अधिकारी इस बारे में कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है। वैसे अधिकांश लोग शोधछात्र मुनान बशीर वानी को जानते ही नहीं हैं। अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में हजारों छात्र अध्ययनरत हैं। मुनान बशीर वानी के मुनान बशीर वानी के आतंकवादी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन में शामिल होने की खबर पर किसी को विश्वास नहीं हो रहा है कि शोधछात्र मुनान बशीर वानी इस तरह की हरकत कर सकता है।
बड़ी बात यह है कि अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय का कोई भी अधिकारी इस बारे में कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है। वैसे अधिकांश लोग शोधछात्र मुनान बशीर वानी को जानते ही नहीं हैं। अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में हजारों छात्र अध्ययनरत हैं। मुनान बशीर वानी के मुनान बशीर वानी के आतंकवादी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन में शामिल होने की खबर पर किसी को विश्वास नहीं हो रहा है कि शोधछात्र मुनान बशीर वानी इस तरह की हरकत कर सकता है।