बिना रिश्वतत दिए नहीं हो रहा काम 28 मार्च को प्लॉट का आवंटन हुआ था और उसके बाद प्लांट की रजिस्ट्री कराने के लिए बार-बार ऑफिस जाते हैं तो बार बार टालमटोल किया जाता है। विभाग के बाबू सुबोध ने कहा कि कार्यालय के जितने चक्कर लगाना हो लगा लो, लेकिन जब तक खर्चा-पानी नहीं करोगे, तब तक कोई काम नहीं होगा। लोगों की एक एक साल और दस दस महीने से रजिस्ट्रियां पेंडिंग में पड़ी हैं और तुम्हारी तो दो महीने पुरानी है। इकराम ने कहा कि बताओ काम कैसे होगा? इस पर बाबू ने पांच हजार रुपए की मांग कर दी। इकराम पैसे देने को तैयार हो गया और ऑफिस में ही तीन हजार रुपए गिनकर बाबू के हाथ में दे दिया। शेष रुपए बाद में देने के लिए कहा इस पूरे वाकये की इकराम ने वीडियो रिकॉर्डिंग कर ली। इकराम ने बताया कि जब काम नहीं हो रहा था तो विधायक जी से भी लेटर लिखवाया था फिर भी यूपीएसआईडीसी में बिना लिए दिए काम नहीं हुआ। इकराम ने बताया कि यूपीएसआईडीसी में भ्रष्टाचार का माहौल है और यहां प्लाटों की रजिस्ट्रियां दो साल से पेंडिंग पड़ी हैं। लोगों के लाखों के स्टांप बेकार हो जाते हैं, इकराम ने कहा कि ऐसे भ्रष्ट लोगों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।
औद्योगिक विकास मंत्री से शिकायत इस मामले में स्थानीय बरौली विधायक दलवीर सिंह ने भी औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना से बात की और यूपीएसआईडीसी के बाबू सुबोध भटनागर का वीडियो उन्हें भेज कर कार्रवाई की मांग की है। विधायक दलवीर सिंह ने बताया कि इस मामले की शिकायत क्षेत्रीय प्रबंधक पीके राय से की, तो उन्होंने कहा कि इसकी शिकायत एमडी से कीजिए फिर विधायक ने पूरे मामले की जानकारी औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना को दी।