नगर में शनिवार को हुई एक मौत में सेंधवा से आए मृतक के परिजन आए थे। उनके कारण प्रशासन को हरकत में आना पड़ा व जांच कर जनाजे में शामिल लोगों को क्वारेंटाइन करना पड़ा। ओमप्रकाश मकवाना की मृत्यु होने पर रविवार को उनकी बेटी देपालपुर से अंतिम दर्शन करने आलीराजपुर आई थी जिसे प्रशासन ने जिला चिकित्सालय में मेडिकल करवाकर अंतिम दर्शन के लिए पंचेश्वर मुक्ति धाम पर पहुंचाया। इसके बाद उन्हें देपालपुर के लिए रवाना कर दिया।
घर पहुंचकर किया क्वारेंटाइन
एसपी विपुल श्रीवास्तव ने बताया कि सेंधवा से आई महिला एवं उसके साथ आए २ पुरूष नगर सेंधवा के ना होकर बाहरी क्षेत्र के निवासी है। इनकी जांच नानपुर सीमा पर की गई थी। साथ ही उनकी जांच पड़ताल भी की गई। उसके बाद ही उन्हें आलीराजपुर सीमा में प्रवेश करने दिया गया। इस बात की जानकारी जैसे ही प्रशासन को लगी एसडीएम विजय मंडलोई, सीएमएचओ डॉ. प्रकाश ढोके, सिविल सर्जन डॉ. केसी गुप्ता, एसडीओपी धीरज बब्बर व थाना प्रभारी दिनेश सोलंकी रात्रि 1 बजे मृ़तक की अंत्योष्टि में शामिल हुए लोगों की घरों पर पहुंचे व वहां जाकर उन्हें घर में रहने की हिदायद देते हुए घर के बाहर पर्चे चिपकाकर उन्हें क्वारेंटाइन किया गया। सीएमएचओ डॉ. प्रकाश ढोके ने बताया कि अभी तक ५० लोगों के संंैपल इंदौर एवं भोपाल जांच के लिए भेजे हैं। इसमें 11 लोगों की रिपोर्ट नेगेटिव है शेष की रिपोर्ट आना बाकी है। वहीं कुल सदिंग्ध भर्ती मरीजो की संख्या 15 है। अभी तक 99 मरीजों का सैंपल लिया जा चुका है। इसमें से 88 की रिपोर्ट आना बाकी है। अभी तक जिले में एक भी मरीज की रिपोर्ट पॉजिटिव नहीं है।
एसपी विपुल श्रीवास्तव ने बताया कि सेंधवा से आई महिला एवं उसके साथ आए २ पुरूष नगर सेंधवा के ना होकर बाहरी क्षेत्र के निवासी है। इनकी जांच नानपुर सीमा पर की गई थी। साथ ही उनकी जांच पड़ताल भी की गई। उसके बाद ही उन्हें आलीराजपुर सीमा में प्रवेश करने दिया गया। इस बात की जानकारी जैसे ही प्रशासन को लगी एसडीएम विजय मंडलोई, सीएमएचओ डॉ. प्रकाश ढोके, सिविल सर्जन डॉ. केसी गुप्ता, एसडीओपी धीरज बब्बर व थाना प्रभारी दिनेश सोलंकी रात्रि 1 बजे मृ़तक की अंत्योष्टि में शामिल हुए लोगों की घरों पर पहुंचे व वहां जाकर उन्हें घर में रहने की हिदायद देते हुए घर के बाहर पर्चे चिपकाकर उन्हें क्वारेंटाइन किया गया। सीएमएचओ डॉ. प्रकाश ढोके ने बताया कि अभी तक ५० लोगों के संंैपल इंदौर एवं भोपाल जांच के लिए भेजे हैं। इसमें 11 लोगों की रिपोर्ट नेगेटिव है शेष की रिपोर्ट आना बाकी है। वहीं कुल सदिंग्ध भर्ती मरीजो की संख्या 15 है। अभी तक 99 मरीजों का सैंपल लिया जा चुका है। इसमें से 88 की रिपोर्ट आना बाकी है। अभी तक जिले में एक भी मरीज की रिपोर्ट पॉजिटिव नहीं है।
महेश पटेल ने की एसपी से शिकायत
लॉकडाउन के दौरान शहर के एक जनाजे में सेंधवा के लोग शामिल हुए। इसको लेकर कांग्रेस के जिलाध्यक्ष महेश पटेल ने एसपी से शिकायत की है। कोरोना संक्रमण ५०फैलने की आशंका के चलते ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।इसको लेकर कांग्रेस के जिलाध्यक्ष महेश पटेल ने एसपी से शिकायत की है। कोरोना संक्रमण फैलने की आशंका के चलते ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। पुलिस को दिए आवेदन में पटेल ने बताया कि जिले में लॉकडाउन सफलता पूर्वक चल रहा है। ऐसी स्थिती में शनिवार रात को एक परिवार में गमी में होने पर एक मीडियाकर्मी ने सेंधवा से कुछ लोगों को अलीराजपुर लाने में मदद की, इतना ही नहीं उन्हें मीडियाकर्मी अपने घर भी ले गया। जिससे लॉकडाउन का उल्लंघन हुआ है। सेंधवा में संक्रमण फैला है, लेकिन जिले में अभी तक एक भी मामला सामने नहीं आया। ऐसे लोगों को केवल कोरेंटाइन करने से काम नहीं चलेगा ऐसे लोगों के खिलाफ तुरंत एफआईआर दर्ज कर उसे गिरफ्तार करना चाहिए। जिससे दूसरे नागरिक गण सुरक्षित महसूस कर सके।
लॉकडाउन के दौरान शहर के एक जनाजे में सेंधवा के लोग शामिल हुए। इसको लेकर कांग्रेस के जिलाध्यक्ष महेश पटेल ने एसपी से शिकायत की है। कोरोना संक्रमण ५०फैलने की आशंका के चलते ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।इसको लेकर कांग्रेस के जिलाध्यक्ष महेश पटेल ने एसपी से शिकायत की है। कोरोना संक्रमण फैलने की आशंका के चलते ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। पुलिस को दिए आवेदन में पटेल ने बताया कि जिले में लॉकडाउन सफलता पूर्वक चल रहा है। ऐसी स्थिती में शनिवार रात को एक परिवार में गमी में होने पर एक मीडियाकर्मी ने सेंधवा से कुछ लोगों को अलीराजपुर लाने में मदद की, इतना ही नहीं उन्हें मीडियाकर्मी अपने घर भी ले गया। जिससे लॉकडाउन का उल्लंघन हुआ है। सेंधवा में संक्रमण फैला है, लेकिन जिले में अभी तक एक भी मामला सामने नहीं आया। ऐसे लोगों को केवल कोरेंटाइन करने से काम नहीं चलेगा ऐसे लोगों के खिलाफ तुरंत एफआईआर दर्ज कर उसे गिरफ्तार करना चाहिए। जिससे दूसरे नागरिक गण सुरक्षित महसूस कर सके।