कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए प्रखंडमंत्री प्रदीप हटीला ने कहा, मालवा प्रांत के सभी प्रखंडों में ज्ञापन सौंपे जाने के आह्वान यह प्रदर्शन किया गया। इसके चलते जिलेभर में विरोध जताया जा रहा है। उन्होंने कहा कि धार जिले के डही ग्राम से होकर आलीराजपुर के ककराना ग्राम के पास नर्मदा नदी से पार करवाकर एक बार में 50 से अधिक गोवंश रात्रि में नन्दुरबार (महाराष्ट्र) के कत्ल खानों में पहुंचाया जाता है। इसके लिए एक बड़ी नाव पर डोम बनाया गया है। एक राज्य से दूसरे राज्य में गोवंश की तस्करी की जा रही है। इसमें रिटायर्ड पुलिस कर्मी सलंग्न हैं। स्मार्ट सिटी के नाम पर गोपालकों पर अत्याचारविहिप के प्रखंड मंत्री हटीला ने बताया कि इंदौर को स्मार्ट सिटी बनाने के नाम पर लगभग 20 हजार गोमाता को शहर से बाहर ले जाया गया एवं प्रशासन ने ऐसा बताया कि उक्त गोवंश गोशालाओं में सुरक्षित है, परन्तु सत्यता यह है कि अधिकांश गोवंश कसाइयों को विक्रय किया गया है एवं बचे हुए गोवंश को इंदौर से दूर ले जा कर सडक़ों पर मरने के लिए छोड़ दिया गया और आज भी नगर निगम के कर्मचारी स्मार्ट सिटी के नाम पर गोपालकों के परिवारों पर अत्याचार कर रहे हैं। जिन लोगों ने प्रशासन की अनुमति से घर में एक गाय पाल रखी है। उसे बाउंसरों की मदद से हटाया जा रहा है । आवेदन में बताया गया कि मालवा प्रांत में प्रतिमाह हजारों की संख्या में होने वाली गोवंश की अवैध तस्करी के अपराधों में पिछले दो वर्षों से लगातार वृद्धि हो रही है। [typography_font:14pt;” >आलीराजपुर. विश्व हिंदू परिषद प्रखंंड मालवा प्रांत के कार्यकर्ताओं ने गोवंश की तस्करी के विरोध में जमकर नारेबाजी कर प्रदर्शन किया। विहिप बजरंग दल के कार्यकर्ता हाथों में भगवा ध्वज लिए फतेह क्लब मैदान पर एकत्रित हुए। जहां से नारेबाजी करते हुए कलेक्टर कार्यालय पहुंचे और एसडीएम केसी ठाकुर को मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान के नाम आवेदन सौंपकर गोरक्षा कानून का कठोरता से पालन करवाने की मांग की गई। ये थे मौजूदआवेदन सौंपे जाने के दौरान जिला संगठन मंत्री सुखदेव पांचाल, जिला गोरक्षा प्रमुख राकेश प्रजापति, प्रखण्ड मंत्री प्रदीप हटीला, प्रखण्ड संयोजक कमलेश चौहान, जिला संयोजक जुवानसिंह कनेश, नगर अध्यक्ष संजय पंवार, राकेश पंवार, रामनारायण माली, रूपेश चौंगढ़, कृष्णकान्त बेडिय़ा संहित नगर एवं ग्रामीण के अनेक कार्यकर्ता मौजूद थे।