बहनों ने भाइयों के माथे पर मंगल तिलक लगाकर कराया मुंह मीठा आलीराजपुर. शुक्रवार को भाईदूज पर्व भाई-बहनों द्वारा उल्लास पूर्व वातावरण में मनाया गया।बहनों ने अपने भाईयों के माथे पर मंगल तिलक लगाकर उनका मुंह मिठा करवाया तथा अपने हाथों से बनाया भोजन खिलाया व उपहार व नगद राशि भेंट कर पर्व की परंपराओं को जीवंत किया। भाईयों ने भी बहन को मिठाई खिलाकर उन्हें साड़ी, नकदी, आभूषण आदि सामग्री भेंट की। वहीं नन्हें भाई-बहनों ने एक दूसरे के पसंदीदा तोहफे दिए। [typography_font:14pt;” >आलीराजपुर. माली समाज ने गाय गोहरी पर्व मनाया। पर्व के चलते सुबह से समाज के लोगों ने अपने पशुधन को नहलाकर श्रृंगार किया तथा उन्हें आकर्षक ढंग से सजा कर पूजा की गई। दोपहर 1 बजे बाद समाजजन माली मोहल्ला स्थित समाज भवन पर अपने पशुओं के साथ एकत्रित हुए जहां उनका पुन: विधि-विधान पूर्वक पूजन कर ढोल-डमाकों के साथ जुलूस निकाला। इस दौरान समाज के सभी उम्र के महिला-पुरुषों ने भाग लिया। इस अवसर पर जमकर आतिशबाजी की गई तथा गाय गौरी माता की जय के गनन गुंजायमान नारे लगाए। माली मोहल्ले से प्रारंभ हुआ जलुस नगर के प्रमुख मार्गो का भ्रमण करते हुए नीमचौक पहुंचा। जहां वीटी रोड के प्रवेश द्वारा पर मन्नते उतारने का क्रम प्रारंभ हुआ। पूर्व वर्ष में समाज के जिन श्रद्धालुओं की मन्नतें पूर्ण हुई वे जमीन पर लेट गए व उनके उपर से गायों को निकाला। सभी गायो के निकलने के बाद समाजजन ने मन्नत धारियों को गले लगाया। इस अवसर पर समाज अध्यक्ष हिम्मत माली, स्वामीनारायण माली, समाज के मुिखया रतनलाल माली सहित बड़ी संख्या में समाजजन मौजूद थे। दो माह तक चलेगी आदिवासी समाज में दीपावली आदिवासी बहुल आलीराजपुर जिले में अन्य समाज द्वारा पारंपरानुसार पूर्णिमा को दीपावली मनाई जाती है, लेकिन आदिवासी समाज में दीपावली पर्व अनूठे तरीके से मनाने की परंपरा है। इस समाज में करीब दो महीने तक अनोखे अंदाज में दीपावली पर्व मनाया जाता है। अंचल के ग्रामीण क्षेत्रों में दीपावली मनाने का क्रम प्रारंभ हो गया है। अब विभिन्न गावों व फलिए केे लोग अपनी रीत के अनुसार दीपावली मनाएंगे। यह क्रम लगभग दो माह तक जारी रहेगा।