कई गांवों की बिजली कटी आवेदन में बताया गया है कि सोंडवा विकासखंड के मथवाड़, करजवानी, छकतला, छोटी गेन्द्रा, बड़ी गेन्द्रा, फडतला व आलीराजपुर विकासखंड के ग्राम जवानिया, अजंदा, नानपुर, खरपई, राजवाट सहित अनेक गांव की बिजली बिना वजह ही काट दी गई है। इसके चलते यहां के ग्रामीणजनों को अंधेरे में रहना पड़ रहा है। वहीं नानपुर से आए ग्रामीणों का कहना था कि पहले हमारे यहां बिजली के बिल की राशि बहुत कम आती थी, लेकिन वर्तमान में अचानक विद्युत विभाग द्वारा बिलों की राशि को बहुत बढ़ा दिया गया है। एक तो बिजली नहीं आ रही है, उस पर से बिजली के बड़े-बड़े बिल आ रहे हैं। यह हमारे लिए आर्थिक संकट खड़ा करने जैसा है। [typography_font:14pt;” >आलीराजपुर. विगत कुछ समय से जब से बारिश हुई है आलीराजपुर जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में बेतहाशा बिजली कटौती की जा रही है। इसके चलते आमजन परेशान हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में हालत यह है कि बिजली नहीं के बराबर आ रही है, लेकिन विद्युत विभाग द्वारा बिजली के भारी-भरकम राशि के बिल जरूर ग्रामीणजन को थमाए जा रहे हैं, जिससे ग्रामीणों को आर्थिक संकट का सामना करते हुए अंधेरे में जीवन जीने को मजबूर होना पड़ रहा है। वहीं शिक्षा विभाग द्वारा अनियमितता बरतते हुए जोबट विधानसभा में इतने स्थानांतरण कर दिए गए हंै कि सैकड़ों स्कूल शिक्षक विहीन हो गए हैं जिसके चलते छात्रों का भविष्य अंधकारमय हो गया है। स्थानांतरण की स्थिति यहां तक पहुंच गई है कि महिला शिक्षिकाओं को भी सुदूर के ग्रामीण क्षेत्रों में भेज दिया गया है, जहां उन्हें काफी परेशानी आ रही है। यदि शीघ्र ही बिजली और शिक्षा की व्यवस्था नहीं सुधारी गई तो भाजपा आमजन के हित में सडक़ों पर उतरकर बड़ा आंदोलन करने को मजबूर होगी। यह बात भाजपा प्रदेश प्रवक्ता व पूर्व विधायक नागरसिंह चौहान व भाजपा जिलाध्यक्ष किशोर शाह ने अपर कलेक्टर सुरेशचंद्र वर्मा को दिए गए आवेदन के दौरान कही। बिजली नहीं तो फिर बिल क्यों दे रहे इस दौरान पूर्व विधायक चौहान ने कहा, जब ग्रामीण क्षेत्रों में विद्युत के कनेक्शन काट ही दिए गए हैं और बिजली कटौती की जा रही है तो फिर इतनी भारी राशि के बिल क्यों थमाए जा रहे है। इस दौरान नानपुर क्षेत्र के आए हुए लोगों ने बिजली के बिल भी बताए। शांतिलाल ने बताया, पहले उनके यहां बिजली का बिल 300 रुपए का आया था लेकिन इस बार 5974 रुपए का आया है। प्रकाश माली ने बताया, उनके यहां पूर्व में 321 रु. का बिल आया था जबकि इस बार 3213 रुपए का आया है। मेवाराम का बिल 1300 का 5925 रुपए का हो गया है। जोगालाल को 978 का बिल आता था जो अब बढ़ कर 6564 रुपए का हो गया है। वहीं विक्रम का 233 रुपए का बिल आता था जो की अब बढक़र 2615 रुपए का हो गया है। अखिलेश का पूर्व में बिल 235 रुपए का आता था जो कि अब 1500 रुपए का आया है। इसी प्रकार अन्य ग्रामीणों ने भी अपने बढ़े हुए बिलों को अपर कलेक्टर वर्मा के समक्ष बताया कि किस तरह उनके विद्युत बिलों में बढ़ोतरी हो गई है।