ज्ञात रहे 15 फरवरी को भाजपा नेता ने जोबट विधायक कलावती को कहा सूर्पनखा कहने पर कांग्रेस नेताओं ने आक्रोश रैली निकाली थी और भाजपा नेताओं के खिलाफ जमकर नारेबाजी की थी। बड़वानी भाजपा जिलाध्यक्ष ओम सोनी के महिला विधायक के खिलाफ अशोभनीय एवं विवादित बयानबाजी को लेकर कांग्रेस ने 15 फरवरी को सोनी के खिलाफ एफआइआर दर्ज करने के लिए पुलिस कंट्रोल रूप अजाक थाने के सामने विरोध प्रदर्शन कर तीन घंटे तक खंडवा-बड़ौदा मार्ग को अवरूद्ध कर दिया था।
कार्रवाई की मांग को लेकर किया था चक्काजाम
जिलाध्यक्ष महेश पटेल ने सोनी पर एफआइआर दर्ज ना होने को लेकर जिला बंद करने के साथ ही एसपी कार्यालय का घेराव कर नवागत एसपी को साड़ी और चूडिय़ां भेंट करने की चेतावनी भी दी थी। इस दौरान विधायक मुकेश पटेल सहित बड़ी संख्या मे कांग्रेसी नेता और कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा किया था। करीब & घंटे तक चले चक्काजाम के बाद एएसपी बिटटू सहगल, एसडीओपी धीरज बब्बर, जोबट एसडीएम श्यामवीरसिंह, आलीराजपुर एसडीएम लक्ष्मी गामड़ व तहसीलदार केएल तिलवारे ने कांग्रेस के नेताओं से बंद कमरे में चर्चा कर कार्रवाई करने का आश्वासन देने के बाद चक्काजाम समाप्त किया था।
पुलिस पर दबाव में काम करने का लगाया था आरोप
दूसरे दिन हुई सभा के दौरान प्रदेश कांग्रेस कार्यकारी अध्यक्ष व राऊ के विधायक जीतू पटवारी ने कहा कि श्रीराम के अनुयाई इस प्रकार की हरकत नहीं करते जो धर्म के नाम पर जनप्रतिनिधि और आदिवासी नेत्री का अपमान करें। इस प्रकार की हरकत रावण के अनुयाई करते हैं जो बहन का अपमान करते हुए नाक हाथ काटने और जान से मारने की बात करते हैं। पटवारी ने तीखे तेवर दिखाते हुए कहा कि यहां का प्रशासन भी पंगु बना है जो कानून को दायरे में लेकर काम नहीं करते हुए दबाव में काम कर रहे हैं।